कोलंबो : हैरान कर देने वाले एक फैसले के तहत श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने अपने घोर विरोधी महिंदा राजपक्षे को अगस्त के आम चुनाव में भाग लेने की इजाजत दे दी है. राजपक्षे राजनीतिक वापसी की कोशिश कर रहे हैं और उनकी नजर प्रधानमंत्री की कुर्सी पर है.
सत्तारुढ युनाइटेड पीपुल्स फ्रीडम अलायंस (यूपीएफए) के महासचिव सुशील प्रेमाजयंता ने बताया कि गुरूवार रात गठबंधन के घटक दलों के नेताओं की बैठक हुई, जिसके बाद सिरीसेना राजपक्षे को चुनाव में खडा होने की इजाजत देने के लिए रजामंद हो गए. उल्लेखनीय है कि महज छह माह पहले राष्ट्रपति पद के चुनाव में सिरीसेना ने राजपक्षे को राजनीतिक रंगमंच से बाहर कर दिया था. राजपक्षे ने पहली बार बुधवार को सार्वजनिक रुप से घोषणा की थी कि वह 17 अगस्त के संसदीय चुनाव में खडा होना चाहते हैं.
सिरीसेना को राजपक्षे के खिलाफ जनादेश मिला था और इसी जनादेश के मद्देनजर वह सत्तारुढ यूपीएफए में राजपक्षे की वापसी रोके हुए थे. राजनीतिक वापसी करने और श्रीलंका के प्रधानमंत्री बनने की पूर्व राष्ट्रपति की कोशिश गुरूवार देर रात तक संकट में दिखी, जब उनको आम चुनाव में चुनाव अभियान का नेतृत्व करने की इजाजत देने के लिए यूपीएफए के अंदर वार्ता विफल रही थी.
सिरीसेना पर नागरिक समाज समूहों का दबाव है कि वे राजपक्षे के खिलाफ आरोपों की जांच कराएं. सिरीसेना ने राष्ट्रपति पद के चुनाव के अभियान के दौरान सार्वजनिक जीवन से भ्रष्टाचार हटाने का संकल्प लिया था. आर्थिक कदाचार के आरोपों के तहत राजपक्षे सरकार के कई शीर्ष अधिकारियों से पूछताछ की गई है और उनमें उनके दो भाई और पत्नी शामिल हैं.