लाहौर : मुंबई हमला के सरगना जकी उर रहमान लखवी के वकीलों ने एक पाकिस्तानी आतंकवाद रोधी अदालत में दो गवाहों से जिरह की, जिनमें एक स्थानीय कंपनी का मालिक भी शामिल है. उसने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले से पहले आठ यामहा नौका इंजन बेचे थे. अदालत के एक अधिकारी ने सुनवाई के बाद बताया, ‘लखवी के वकीलों ने कंपनी के मालिक से जिरह की जिसने मुंबई हमला मामले में एक आरोपी अमजद खान को जापानी इंजन मुहैया कराये थे.
उन्होंने बताया, ‘उन्होंने अन्य गवाह से भी जिरह की जो एक सीमाशुल्क अधिकारी है. उसने अदालत को बताया कि विभाग ने जापान से आयात किये गये इंजनों के कस्टम क्लीयरेंस प्रमाणपत्र सीमा शुल्क चुकाये जाने के बाद खान को जारी किये थे.’ इन इंजनों का इस्तेमाल लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी अजमल कसाब और अन्य ने मुंबई पहुंचने के लिए अपनी नौकाओं में किया था.
अधिकारी ने बताया कि रावलिपिंडी के अदियाला जेल में सुनवाई कर रही इस्लामाबाद की आतंकवाद रोधी अदालत ने अगली सुनवाई के लिए चार गवाहों को भी तलब किया है. अदालत ने सुनवाई आठ जुलाई तक मुल्तवी कर दी. खान और नौ अन्य सह ओरोपियों को मुंबई हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों का प्रशिक्षक या मदद करने वाला बताया जाता है.
लश्कर ए तैयबा के ऑपरेशन कमांडर लखवी द्वारा अपनी जान को खतरा होने का जिक्र किये जाने के बाद कल उसे इस मामले में पेशी से छूट दी गई थी. लखवी जमानत पर रिहा है जबकि छह अन्य आरोपी अदियाला जेल में हैं. मुंबई हमले में 166 लोग मारे गये थे.