नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम में लंबे समय से दूसरी श्रेणी के क्रिकेटरों में शामिल होने से निराश मनोज तिवारी ने इसके साथ जीना सीख लिया है और अब वह वीवीएस लक्ष्मण से मिली ‘अच्छी सलाह’ से जिंबाब्वे के आगामी दौरे की तैयारियों में जुटे हैं.
यूरोप में छुट्टियां बिताकर लौटे तिवारी ने कहा, मैंने हाल में कैब के विजन 2020 शिविर में लक्ष्मण भाई के साथ पर्याप्त समय बिताया. उनकी तकनीकी सलाह जहां अमूल्य है वहीं उन्होंने मुझे वर्तमान में जीने और अगले काम पर ध्यान लगाने की सीख दी जिससे काफी मदद मिली.
अब तक नौ वनडे में 253 रन बनाने वाले बंगाल के इस बल्लेबाज ने कहा, उन्होंने (लक्ष्मण) मेरा कैरियर करीब से देखा है. उन्होंने मुझसे कहा, मनोज इतनी अधिक चोटों के बाद वापसी करना आसान नहीं होता है. यह पहले ही कडी मेहनत की है, इसलिए आपके लिये यह जरुरी है अपने दिमाग में नकारात्मक विचारों को नहीं लाओ और वर्तमान की अपेक्षा बेहतर क्रिकेटर बनने पर ध्यान लगाओ.
तिवारी ने जिंबाब्वे के आगामी दौरे के बारे में कहा, मैं खुले दिमाग के साथ वहां जा रहा हूं क्योंकि बहुत अधिक योजनाएं आपके मन को अव्यवस्थित कर सकती है. मैं नहीं जानता कि किस नंबर पर मैं बल्लेबाजी करुंगा. यदि मैं दसवें ओवर में बल्लेबाजी के लिये उतरता हूं कि मेरी रणनीति अलग होगी और यदि 45वें ओवर में आता है तो मैं अलग रणनीति के साथ क्रीज पर उतरुंगा. उन्होंने कहा, मैं केवल अच्छा प्रदर्शन करने और भारत की तरफ से लंबे समय तक खेलने का मौका चाहता हूं. चयनकर्ताओं ने मुझे मौका दिया है और बेहतर यही होगा कि मैं उन्हें निराश नहीं करुं.