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फर्जी स्टूडेंट्स को मेडिकल कॉलेजों में रोकने की कवायद, जचेंगे प्रमाणपत्र होगी वीडियोग्राफी

पटना: बिहार के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए एमबीबीएस की काउंसेलिंग शुरू हो चुकी है और पीएमसीएच व एनएमसीएच में सीटें भी भर गयी हैं. इन छात्रों में कोई फर्जी छात्र नहीं आ जाये, इसको लेकर पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस सहित सभी मेडिकल कॉलेजों में छात्रों की वीडियोग्राफी होगी और नामांकन के तीन माह तक […]

पटना: बिहार के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए एमबीबीएस की काउंसेलिंग शुरू हो चुकी है और पीएमसीएच व एनएमसीएच में सीटें भी भर गयी हैं. इन छात्रों में कोई फर्जी छात्र नहीं आ जाये, इसको लेकर पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस सहित सभी मेडिकल कॉलेजों में छात्रों की वीडियोग्राफी होगी और नामांकन के तीन माह तक क्लास रूम में भी छात्रों की वीडियोग्राफी की जायेगी.

वहीं, काउंसेलिंग के समय हुई वीडियोग्राफी से छात्रों का मिलान होगा. कॉलेज प्रशासन किसी भी तरह से इस बार एक भी फर्जी छात्र को कॉलेज में नहीं आने देना चाहता है. इस कारण से मेडिकल कॉलेजों में अंग प्रमाण पत्र से लेकर वीडियोग्राफी की व्यवस्था करायी गयी है.

आइजीआइएमएस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने की अनुमति एमसीआइ ने दी , जिसके बाद मेडिकल कॉलेज में एक सौ विद्यार्थियों का नामांकन बीसीइसीइ के काउंसेलिंग के बाद लिया गया. नामांकन लेने के बाद ही फर्जी छात्रों का मामला उजागर हुआ था, जिसके आठ माह बाद एक छात्र पर जालसाजी करने का आरोप तय हुआ और उनका नामांकन रद्द कर दिया गया. इसी वजह से संस्थान ने निर्णय लिया है कि अपने स्तर से दोबारा विद्यार्थियों के प्रमाण पत्र की जांच हो.
पिछली बार देर होने के कारण फर्जी छात्रों को पकड़ने में पकड़ने में परेशानी हो जाती है. इसलिए इस सत्र में नामांकन लेने वाले सभी विद्यार्थियों के प्रमाण पत्र, तसवीर व उनके हस्ताक्षर की जांच की जायेगी. पकड़े जाने वाले विद्यार्थियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जायेगा और उनके उपर तुरंत एफआइआर किया जायेगा. छात्रों का वीडियोग्राफी भी किया जायेगा.
डॉ एसके शाही, एमएस, आइजीआइएमएस
फर्जी छात्र कॉलेज में नामांकन नहीं हो. इसको लेकर बीसीइसीइ के काउंसेलिंग में हुई वीडियोग्राफी का कॉपी मंगवाया गया है. यहां भी छात्रों का वीडियोग्राफी होगा और क्लास में भी इसकी व्यवस्था रहेगी. छात्रों का प्रमाण पत्र व अन्य तरीकों से उसकी सत्यता नामांकन के बाद तीन माह तक होता रहेगा.
डॉ एस.एन.सिन्हा, प्राचार्य, पीएमसी

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