नयी दिल्ली : देश के दस लाख अर्द्धसैनिक बलों के लिए नियमित शारीरिक व्यायाम में योग को अनिवार्य बना दिया गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बलों से कहा है कि इन निर्देशों को ‘प्राथमिकता’ के आधार पर लागू करें और सुनिश्चित करें कि सीमावर्ती चौकियों एवं देश के नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में तैनात सुरक्षाकर्मी भी योग करें.
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) को निर्देश दिया गया है कि योग को ‘प्राथमिकता’ दी जाए और इस बारे में कार्रवाई रिपोर्ट भी सौंपी जाए. गृह मंत्रालय की तरफ से जारी निर्देश में कहा गया है, ‘केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और असम राइफल्स की नियमित दिनचर्या में शारीरिक व्यायाम शामिल है.
हाल में योग के बढते महत्व को देखते हुए इसे बलों के दैनिक नियमित व्यायाम में शामिल करना अनिवार्य है.’ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल, सशस्त्र सीमा बल, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड और असम राइफल्स के लिए यह दिशानिर्देश जारी किया गया है जो केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन काम करते हैं.
निर्देश में बलों के महानिदेशक से कहा गया है कि देश भर में फैले सुरक्षा बलों के लिए उचित दिशानिर्देश जारी किया जाये और इस सिलसिले में कार्रवाई रिपोर्ट सौंपी जाए.