मुंबई : चिक्की घोटाले में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पंकजा मुंडे का नाम आने के बाद वह कांग्रेस के निशाने पर आ गईं हैं. इस मामले पर आज राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि अगर विपक्ष सबूत दे तो महाराष्ट्र सरकार पंकजा मुंडे की अगुवाई वाले महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर दिए गए अनुबंधों में कथित अनियमितताओं की जांच कराने को तैयार है. इस मुद्दे को लेकर विपक्ष लगातार भाजपा पर हमले कर रहा है.
क्या है पंकजा मुंडे पर आरोप
भाजपा-शिवसेना गंठबंधन की महाराष्ट्र सरकार की युवा महिला मंत्री पंकजा मुण्डे का नाम 206 करोड़ रुपये के घोटाले में आया है. महाराष्ट्र की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे पर एक बड़ा आरोप लगा है. रिपोर्ट के अनुसार आदिवासी बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं की खरीद में 206 करोड़ का घोटाला हुआ है. आरोप है कि बीजेपी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे ने नियमों को ताक पर रखकर खरीद की इजाजत दी थी. 15 जून को महाराष्ट्र की विमिन ऐंड चिल्ड्रन डिवेलपमेंट मिनिस्टर पंकजा मुंडे को अहमदनगर जिला परिषद के प्रेजिडेंट मंजुश्री गुंड ने लेटर भेजा था. इस लेटर में मंजुश्री ने आदिवासी छात्रों को इंटिग्रेटेड चाइल्ड डिवेलपमेंट सर्विसेज (ICDS) के तहत दी जा रही चिक्की की क्वॉलिटी पर सवाल उठाए थे.