डीबीटीएल योजना : लगभग 20 फीसदी उपभोक्ता नहीं जुड़े योजना से
दरभंगा : डीबीटीएल योजना से जुड़ने की अवधि 30 जून को समाप्त हो रही है. लेकिन शहरी क्षेत्र से जुड़े कई गैस एजेंसियों में इस योजना से शत-प्रतिशत उपभोक्ता नहीं जुड़ सके हैं. इन उपभोक्ताओं की गैस सब्सिडी उन्हें नहीं मिल सकेगी.
आइओसी और अन्य गैस एजेंसियों ने दो माह का ग्रेस पीरियड देकर 30 जून तक उपभोक्ताओं से डीबीटीएल योजना से जुड़ने की छूट दी थी. यह मियाद भी अब खत्म होने वाली है.
शहरी क्षेत्र के छह गैस एजेंसियों में 75 से 80 फीसदी उपभोक्ता ही डीबीटीएल योजना से जुड़ सके हैं. शेष उपभोक्ता ग्रेस पीरियड में भी जुड़ने का प्रयास नहीं कर रहे. आइओसी और दूसरी गैस कंपनियों ने 30 जून तक डीबीटीएल योजना से जुड़नेवाले ग्राहकों को सब्सिडी का लाभ देने की घोषणा कर रखी है. इस अवधि के बाद जो उपभोक्ता जुड़ेंगे, उनकी सब्सिडी की बाबत कोई भी जानकारी एजेंसी मालिक नहीं दे पा रहे हैं.
कहीं ये फर्जी उपभोक्ता तो नहीं
आशंका है कि अब तक डीबीटीएल योजना से नहीं जुड़ने वाले उपभोक्ता फर्जी तो नहीं. क्योंकि इसमें हजारों ऐसे उपभोक्ता है, जिनके नामों में गड़बड़ी है. आवासीय पता में गड़बड़ी है, बैंक खाता के नाम में भी परिवर्तन है.
एजेंसी सूत्रों की मानें तो सैंकड़ों की संख्या में ऐसे उपभोक्ता है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है. उनके नाम बदलवाने की प्रक्रिया में जरूरी कागजात नहीं उपलब्ध होने की बाधा है.
आरजे भवानी एचपी गैस एजेंसी अव्वल
डीबीटीएल योजना का लाभ लेने में बरहेता रोड स्थित एचपी गैस की एजेंसी आरजे भवानी अव्वल हैं. इनके निबंधित उपभोक्ता है 10,500, इसमें से 680 उपभोक्ता ही ऐसे हैं, जिन्होंने डीबीटीएल योजना का लाभ नहीं लिया है.
एजेंसी के सूत्रों की मानें तो ये उपभोक्ता ऐसे हैं, जिन्होंने कई फेक नामों से दूसरे-दूसरे एजेंसी में कनेक्शन ले रखा है.
92 प्रतिशत उपभोक्ता की हो चुकी डाटा इंट्री
शहर के सबसे अधिक उपभोक्ता की संख्या वाले नानक इंटरप्राइजेज के 92 प्रतिशत उपभोक्ताओं की डाटा इंट्री हो चुकी है. यहां कुल 27229 ग्राहक हैं, जिसमें से 83 फीसदी उपभोक्ता का डीबीटीएल कंफर्म हो गया है.
यह जानकारी देते हुए एजेंसी संचालक ने कहा कि बैंक की धीमी काम करने की गति से जुड़ने का प्रतिशत कम हुआ है. 30 जून तक जो उपभोक्ता डीबीटीएल योजना से जुड़ जायेंगे उनको तो सब्सिडी का लाभ मिलेगा, लेकिन जो एक जुलाई से डीबीटीएल करायेंगे उनकी सब्सिडी का मामला अटक सकता है. हालांकि कंपनी की ओर से तिथि के आगे बढ़ाने की बाबत कोई सूचना उपलब्ध नहीं है. उन्होंने बताया कि ग्राहकों के लिए ‘इंडेन डॉट को डॉट इन’से इस बाबत जानकारी उपलब्ध हो सकती है.
चौधरी गैस व सिंह कृष्णा इंडेन एजेंसी है दूसरे नंबर पर
इंडेन गैस वितरण सिंह कृष्णा इंडेन के 85 फीसदी उपभोक्ता इस योजना से जुड़ गये हैं. इस एजेंसी से कुल 15825 उपभोक्ता जुड़े हुए हैं. डीबीटीएल से नहीं जुड़ने वाले शेष 15 फीसदी उपभोक्ता इस योजना से वंचित है. इसी प्रकार चौधरी गैस एजेंसी के 85 फीसदी उपभोक्ता इस योजना से जुड़कर सब्सिडी का लाभ उठा रहे हैं.
शेष उपभोक्ता सब्सिडी से वंचित है. एजेंसी के संचालक अभय चौधरी ने कहा कि 19412 ग्राहकों में से करीब 1500 उपभोक्ता इससे नहीं जुड़ सके हैं. इसमें कइयों का कार्ड सस्पेंड भी है. इसकी वजह कई महीनों से गैस का उठाव नहीं किया जाना है.
इंजीनियर गैस एजेंसी के 80 फीसदी उपभोक्ता जुड़े
बेंता स्थित इंजीनियर गैस सर्विस के 80 फीसदी उपभोक्ता डीबीटीएल योजना से जुड़ चुके हैं. करीब पांच प्रतिशत उपभोक्ता जुड़ने की प्रक्रिया में हैं. एजेंसी संचालक की मानें तो तकरीबन 6 से 800 उपभोक्ता इस योजना से नहीं जुड़ सके हैं. उन्होंने बताया कि जुड़ने में बैंक की धीमी गति भी बाधक बन रही है. मालूम हो कि इस एजेंसी से 34385 उपभोक्ता हैं, जिसमें 80 फीसदी सब्सिडी का लाभ उठा रहे हैं.
95 प्रतिशत से ऊपर उपभोक्ता ने कराया डीबीटीएल
जय दुर्गा गैस सर्विस (भारत पेट्रोलियम) एजेंसी के 7437 ग्राहकों में से अधिकांश ने अपना निबंधन डीबीटीएल योजना के तहत करा लिया है. एजेंसी से मिली जानकारी के मुताबिक करीब पांच फीसदी उपभोक्ता जुड़ने को शेष हैं. इसकी भी प्रक्रिया चल रही है. मालूम हो कि यहां ग्राहकों की संख्या कम होने से अधिकांश ग्राहक ने इस योजना का लाभ ले लिया है.
78 फीसदी गैस उपभोक्ताओं ने लिया योजना का लाभ
शहर के मध्य स्थित गोदावरी गैस सर्विस के 22 फीसदी उपभोक्ता डीबीटीएल योजना से जुड़ने को शेष हैं. यहां तकरीबन 23 हजार उपभोक्ता हैं, जिसमें से 22 फीसदी इस योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं. एजेंसी संचालक ने बताया कि 30 जून को डीबीटीएल योजना से जुड़ने की मियाद खत्म हो रही है. इसके आगे बढ़ाये जाने की संभावना कम दिखती है. अगर कंपनी का निर्देश मिला तो पुन: जुड़ने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.