24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कमल किशोर रिम्स में भरती, डॉक्टर से की सीने में दर्द व ब्लड प्रेशर की शिकायत

चिकित्सक पर जानलेवा हमला करने का आरोप दोषी करार होने के बाद 23 को भेजे गये थे जेल रांची : कमल किशोर भगत को गुरुवार को रिम्स में भरती कराया गया है. उन्हें चिकित्सकों से सीने में दर्द व ब्लड प्रेशर की शिकायत की. उन्हें डॉ उमेश प्रसाद की मेडिसीन विभाग में भरती कराया गया […]

चिकित्सक पर जानलेवा हमला करने का आरोप
दोषी करार होने के बाद 23 को भेजे गये थे जेल
रांची : कमल किशोर भगत को गुरुवार को रिम्स में भरती कराया गया है. उन्हें चिकित्सकों से सीने में दर्द व ब्लड प्रेशर की शिकायत की. उन्हें डॉ उमेश प्रसाद की मेडिसीन विभाग में भरती कराया गया है. डॉ प्रसाद की देखरेख में श्री भगत का इलाज चल रहा है. इलाज के दौरान कमल किशोर भगत ने बताया कि उन्हें सीने में दर्द की शिकायत पहले से है. उनका इलाज मेदांता में चल रहा है. उन्होंने मेदांता गुड़गांव के चिकित्सकीय कागजात भी दिखाये.
डॉ उमेश प्रसाद ने बताया कि 26 जून को आवश्यक जांच करायी जायेगी. उसके बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि उन्हें क्या बीमारी है. रिम्स में उनसे मिलने सुदेश महतो व देव शरण भगत पहुंचे. उल्लेखनीय है कि 22 जून को श्री भगत को डॉ केके सिन्हा से रंगदारी व उन पर जानलेवा हमले किये जाने को लेकर न्यायायुक्त कृष्ण कुमार की अदालत ने दोषी करार दिया था. उन्हें 23 को जेल भेज दिया गया था.
सुदर्शन भगत की हत्या की जांच होनी चाहिए : ललित महतो
आजसू के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष ललित कुमार महतो का कहना है कि सुदर्शन भगत की हत्या की जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि केके सिन्हा के साथ हुई घटना के दौरान सुदर्शन भगत की हत्या डॉ सिन्हा के कैंपस में हुई थी. कमल किशोर भगत और अलेस्टर बोदरा बुरी तरह घायल हुए थे और कोमा में चले गये थे. इसकी भी जांच होनी चाहिए.
एसआइटी गठन की मांग आंदोलन करेगी आजसू
– 26 को लोहरदगा न्याय सभा, 30 जून को बैठेगी कोर कमेटी
– सदर थाना में दर्ज प्राथमिकी पर हुई कार्रवाई की जांच हो, न्याय मिले
रांची : आजसू नेता कमल किशोर भगत को डॉ केके सिन्हा के साथ मारपीट और रंगदारी के मामले में सात वर्ष की सजा के बाद पार्टी विशेष जांच समिति (एसआइटी) गठन किये जाने की मांग की है. घटना में मारे गये आजसू नेता सुदर्शन भगत के मामले को लेकर पार्टी आंदोलन में कूद गयी है.
26 जून को पार्टी लोहरदगा में न्यायसभा करेगी और 27 जून को नेता-कार्यकर्ता राजधानी के मोरहाबादी में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष उपवास पर बैठेंगे. इधर, पार्टी प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत ने कहा है कि वर्ष 1993 में डॉ केके सिन्हा के घर मारपीट के मामले में आंदोलनकारी सुदर्शन भगत की हत्या और कमल किशोर भगत व अलेस्टर बोदरा पर जानलेवा हमला को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
इस घटना पर पुलिस द्वारा कानून सम्मत एवं उचित कार्रवाई नहीं की गयी. इस केस को एक वर्ष के बाद ही खारिज कर दिया गया. डॉ भगत ने कहा कि आदिवासी छात्र नेताओं पर जानेलवा हमला और सदर थाना में दर्ज केस (96/93 कांड संख्या) की एसआइटी से जांच करायी जाये. निदरेष झारखंड आंदोलकारियों को न्याय मिलना चाहिए.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें