पटना: बिहार के बाहुबली जदयू विधायक अनंत सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थकों ने गुरु वार को बाढ़ और मोकामा में सड़क यातायात को बाधित किया और ट्रेनों को रोका. अनंत सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में बंद समर्थक आज सुबह से सड़कों पर उतर गए जिससे कई जगह जाम की स्थिति बन गई. इस दौरान समर्थकों ने रेल परिचालन को भी प्रभावित कर दिया है जिससे यात्रियों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उग्र प्रदर्शनकारियों ने मोकामा आरा शटल ट्रेन के कई बोगियों में पेट्रोल व किरासन तेल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की लेकिन मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने आग लगने के पहले ही उपद्रवियों को खदेड़ दिया. इससे पहले समर्थकों ने पटना-हावड़ा जनशताब्दी एक्सप्रेस के शीशे तोड़ दिए जिससे कुछ रेल यात्रियों के घायल होने की सूचना है. कई जगह प्रदर्शनकारियों व पुलिस बल के बीच झड़प की भी सूचना है.
उल्लेखनीय है कि जदयू विधायक अनंत कुमार सिंह को बुधवार की शाम सात बजे उनके एक माल रोड स्थित आवास से पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. साथ ही पांच युवकों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. पांच घंटे तक अनंत सिंह के आवास में चले सर्च अभियान के बाद इंसास राइफल की खाली छह मैगजीन, एक बुलेट प्रूफ जैकेट, खून से सने कपड़े और लदमा स्थित गांव में हुई छापेमारी में खून से सनी लाठी बरामद की गई है. पुलिस बरामद लाठी व खून से सने कपड़े को पुटुस के अगवा व हत्या के मामले से जोड़ कर अनुसंधान कर रही है. अनंत सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थकों ने आज बाढ बंद का ऐलान किया था. बंद समर्थक आज सुबह से भारी संख्या में सड़कों पर उतर गए और सड़क यातायात व रेल परिचालन प्रभावित किया.
पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अरविंद कुमार रजक ने बताया कि बंद समर्थकों ने मोकामा जंक्शन पर आज सुबह 6:30 बजे लाल किला एक्सप्रेस और सीमांचल एक्सप्रेस को जबरन रोका. उन्होंने बताया कि बंद समर्थकों से निपटने और हालात को नियंत्रित करने के लिए रेलवे सुरक्षा बल और राजकीय रेल पुलिस को तैनात किया गया है. समर्थकों ने बाढ़ में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 31 पर कई स्थानों पर अवरोधक डालकर सड़क को जाम कर रखा है तथा सड़क पर ही धरना पर बैठ गए हैं. अनंत समर्थकों ने पटना-हावड़ा जनशताब्दी एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके जिससे एक बोगी के खिड़की का शीशा टूट गया और कुछ यात्नी घायल हो गए. कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस बल के बीच झड़प की भी सूचना है. बंद समर्थकों ने पुलिस बल पर पत्थरबाजी भी की. जानकारी के मुताबिक रेल परिचालन पर बंद का व्यापक असर पड़ा है. इसी बीच पटना में भी अनंत समर्थकों ने रेल पटरी का चाभी क्लिप खोल दिया जिससे अप-डाउन परिचालन पर असर की सूचना है.
पटना सेंट्रल रेंज के डीआइजी शालीन ने खुद वहां पहुंच कर कमान संभाल ली. स्थिति से निपटने के लिए बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती की गई. पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक विकास वैभव ने बताया कि बाढ़ इलाके में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में बलों की तैनाती की गई है. गौर हो कि बिहार की नीतीश कुमार नीत जदयू सरकार का समर्थन कर रही राजद के प्रमुख लालू प्रसाद ने कल कहा था कि मृतक युवक के परजिन ने उनसे मुलाकात की थी और उन्होंने इस मामले में समुचित कार्रवाई किए जाने के लिए मुख्यमंत्री को फोन किया. मुख्यमंत्री ने इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए कार्रवाई का भरोसा दिलाया था. एक महिला के साथ बलात्कार मामले में प्रतिक्रि या लेने गए पत्रकारों से मारपीट, एक बिल्डर से दस करोड़ रु पये की रंगदारी मांगने सहित तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बारे में टिप्पणी जैसे कई मामलों को लेकर अनंत पूर्व में कई बार विवादों में रहे हैं.
पांच घंटे तक रहा एनएच पर परिचालन बंद
अनंत समर्थक आज सुबह 5:30 बजे से ही एनएच- 31 पर आकर प्रदर्शन करने लगे और सड़क को जाम करना शुरू कर दिया. जबकि 6 बजे दर्जनों ग्रामीण इलाके से आए हजारों की संख्या में बंद समर्थकों ने नगर के भुवनेश्वरी चौक पर टेंट लगाकर धरना पर बैठ गए और विद्यायक को छोड़ने की मांग करते हुए पुलिस विरोधी नारे लगाने लगाते रहे. करीब 11 बजे तक एनच पर परिचालन पुरी तरह बंद रहा. जाम के कारण सड़क पर सैकड़ों वाहन की लंबी लाइन लग गई. प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का बहुत प्रयास किया परंतु प्रदर्शनकारी अपनी मांग को लेकर अड़े रहे. इस बीच धीरे-धीरे भुवनेश्वरी चौक पुलिस छाबनी में तब्दील हो गया.
सभी दुकानें पुरी तरह रही बंद
नगर के पुरानी बाजार, स्टेशन बाजार, कचहरी बाजार सहित तमाम व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंदी के मद्देनजर पुरी तरह बंद रही. बंदी के कारण भारी पुलिस बल को पानी तक के लिए इधर उधर भटकते देखा गया. अनंत सिंह के समर्थकों द्वारा प्रदर्शन में आए हुए लोगों के लिए फरही और गुड़ लाया गया था. प्रदर्शन कर रहे लोगों के पुलिस के डर से भाग जाने के बाद पुलिस बल ने इसे अपना आहार बनाया.
एक घंटे तक रणक्षेत्र बना रहा भुवनेश्वरी चौक
नगर के भुनेवश्वरी चौक देखते देखते रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. करीब 10 बजे ग्रामीण एसपी हरिकशोर राय ने भारी पुलिस बल को लेकर अचानक प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे और बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को खदेड़ना शुरू किया. बल प्रयोग के करीब दो हजार की संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगो में भगदड मच गई. इस भगदड़ में कई महिलाओं के जख्मी होने की खबर है. इसी बीच कुछ उपद्रवी किस्म के लोगों ने पुलिस बल पर पत्थराव करना शुरू कर दिया. जिसमें एक पत्थर ग्रामीण एसपी हरिकशोर राय के पांव में लग गया. इसके बाद पुलिस बल के जवान अपना आपा खो बैठे और दोनों तरफ से ईट पत्थर चलने लगे. हालांकि कई वरीय पदाधिकारी पुलिस बल को संयम बरतने की हितायत देते नजर आए लेकिन न तो पुलिस बल मानने को तैयार थे न ही प्रदर्शनकारी. एक घंटे तक पुलिस और प्रदर्शनकारी के बीच पत्थर बाजी चलता रहा.
ट्रेन जलाने की कोशिश की
बाढ़ रेलवे स्टेशन पर करीब दस बजे मोकामा आरा शटल पैसेंजर प्लेटफार्म नंबर तीन पर आकर लगी थी. करीब दो दर्जन असामाजिक तत्वों ने इस ट्रेन की तीन बोगी के सभी सीट को किरासन तेल से भीगों कर जलाने का प्रयास किया. यह संयोग था कि उसी समय बाढ़ एसडीओ नैयर इकबाल और एएसपी मनोज कुमार तिवारी ने स्टेशन की सुरक्षा का जायजा लेने बाढ़ स्टेशन पहूंचे लोगो में भगदड़ देखकर तेजी दिखाई और ट्रेन के एक सीट पर अभी आग पकड़ रहा था जिसे पानी से बुझा कर ट्रेन को बचा लिया. इसके बाद उपद्रवियों को खदेरते हुए प्लेटफार्म से बाहर किया गया. वही अथमलगोला में पटना साहेबगंज ट्रेन करीब तीन घंटे तक खड़ी रही.
प्रदर्शकारी व पुलिस में झड़प, तीन पुलिसकर्मी घायल
बाढ़ प्रखंड के दौहार गांव में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शकारियों और पुलिस बल के बीच उस समय झड़प हो गया जब डीआइजी, ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में करीब 2:30 बजे पुलिस बल पहूंची और बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को खदेड़ना शुरू किया. इसी बीच एनएच किनारे शिवाला में सो रहे विकलांग चुनचुन को पुलिस ने हिरासत मे ले कर जाने लगी तो प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और पत्थरबाजी करने लगे दोनों तरफ से पत्थरबाजी में तीन पुलिसकर्मी के घायल होने की सूचना है.
तीन दर्जन लोगों को पुलिस ने लिया हिरासत में
उपद्रव के मामले को लेकर पुलिस ने तीन दर्जन प्र्दशनकारियों को हिरासत में लिया है. थानाध्यक्ष रामबहादुर महतों ने बताया कि जख्मी तीन पुलिसकर्मी को उपचार के लिए अनुमंडल अस्पताल भेजा गया है. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है.