कोलकाता: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि महिला मुख्यमंत्री होने पर भी महिलाएं राज्य में सुरक्षित नहीं हैं. भारतीय जनता महिला मोरचा की ओर से निकाली गयी नारी सम्मान यात्र के समापन के अवसर पर श्यामबाजार में आयोजित सभा में गडकरी ने कहा कि हालात बदलने के लिए केवल सत्ता को बदलना ही काफी नहीं होगा बल्कि समाज को भी बदलने की जरूरत है.
उन्होंने महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए उनकी दक्षता में विकास पर जोर दिया. उनका कहना था कि केंद्र सरकार महिलाओं को केवल सुरक्षा देने के लिए ही नहीं बल्कि रोजगार मुहैया कराने के लिए भी प्रतिबद्ध है. उन्होंने दावा किया कि अगले पांच वर्षो में केवल उनका ही मंत्रलय 50 लाख रोजगार सृजन करेगा. इस मौके पर उन्होंने यह भी बताया कि वाराणसी से कोलकाता तक 1600 किलोमीटर की दूरी के बीच 4200 करोड़ रुपये की लागत से उनका मंत्रलय जल मार्ग बनायेगा.
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति को बदहाल बताया और कहा कि महिला मुख्यमंत्री होने पर भी यहां महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि आगामी 26 जून को देश में आपातकाल लगाये जाने के 40 वर्ष पूरे होने पर भारतीय जनता युवा मोरचा की ओर से कॉलेज स्क्वायर से रेड रोड स्थित श्याम प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति तक एक प्रतिवाद जुलूस निकाला जायेगा. उल्लेखनीय है कि नारी सम्मान यात्र दिल्ली से 17 जून को निकली थी. विभिन्न राज्यों से होते हुए इसका समापन कोलकाता में हुआ. भारतीय जनता महिला मोरचा की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया राहतकर के नेतृत्व में यह यात्र निकली थी. इसके जरिये केंद्र की ओर से महिलाओं के लिए चलायी जा रही योजनाओं के बारे में बताया गया. समापन कार्यक्रम में विजया राहतकर ने कहा कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं.
बाल-बाल बचे गडकरी, लाल कालीन हेलीकॉप्टर के पंखों से उलझा
हल्दिया. केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी उस समय बाल बाल बच गये जब उनके स्वागत के लिए बिछाया गया लाल कालीन हवा में उड़कर उनके हेलीकाप्टर के पंखों से उलझ गया. यह अप्रत्याशित घटनाक्रम उस समय हुआ जब वह हेलीकाप्टर से उतर रहे थे.
हल्दिया हेलीपैड मैदान पर यह लालकालीन आने वाले विशिष्ट व्यक्तियों के सम्मान में नियमित तौर पर बिछाया जाता है. सुबह करीब 10.30 बजे जब यह हेलीकाप्टर उतर रहा था उस समय उसके पंखों से आने वाली तेज हवा से यह प्लास्टिक का कालीन उड़ने लगा और पंखों में उलझ गया. मंत्री के कार्यालय ने कहा कि गडकरी पूरी तरह सुरक्षित हैं.
एकाएक चली हवा के कारण यह कालीन जमीन से उड़ गया. एक बयान में कहा गया है कि इस मामले में न तो प्रबंध की तरफ से कोई गलती हुई न ही डीजीसीए की तरफ से स्वीकृत मानकों का पालन करने में पायलट की ओर से कोई चूक हुई. एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए यहां आये गडकरी ने संवाददाताओं से कहा कि कालीन या झंडों को हेलीकाप्टर उतरने की जगह के समीप नहीं रखा जाना चाहिए. उन्हें इसके बारे में सतर्क रहने को कहा. उनका कहना था कि उनके हेलीकाप्टर के पंखों में कपड़ा अटक गया. उस समय वह उतर रहा था. लेकिन कोई हादसा नहीं हुआ. पायलट सही तरीके से हेलीकॉप्टर को उतारने में सफल रहा. घटना के बाद से मंत्री की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे. भाजपा नेता जय बनर्जी ने कहा जो कुछ हुआ उससे बड़ा हादसा हो सकता था. जिम्मेदारी किसकी है इसे लेकर तर्क वह नहीं करना चाहते. लेकिन यह कहा जा सकता है कि प्रशासनिक गलती की वजह से ही यह घटना हुई. कारपेट व प्लास्टिक की चटाई को मिट्टी के साथ जोड़े रखने की व्यवस्था करनी चाहिए थी. हल्दिया बंदरगाह के महाप्रबंधक (एडमिनिस्ट्रेशन) अमल दत्त ने कहा कि इससे पहले भी हेलीपैड में ऐसी व्यवस्था की गयी थी लेकिन बुधवार को ऐसा क्यों हुआ वह समझ नहीं पा रहे. लेकिन इसे लेकर वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते. कार्यक्रम की समाप्ति के बाद मंत्री हेलीकॉप्टर से न जाकर सड़क पथ से ही कोलकाता के लिए रवाना हुए. इधर डीएम अंतरा आचार्य ने कहा कि इसे लेकर वह कुछ नहीं कह सकती क्योंकि जिला प्रशासन इसकी तैयारियों में शामिल नहीं था.
राजमार्गो के लिए मिलेंगे 30 हजार करोड़ रुपये
केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल में नये राजमार्गों के निर्माण के लिए 25,000 से 30,000 करोड़ रुपये देने की योजना बना रही है. केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हल्दिया पोत परिसर में एक कार्यक्रम में कहा कि वह नये राजमार्गो के निर्माण के लिए 25,000 से 30,000 करोड़ रुपये और देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हम राज्य में 2,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग और जोड़ना चाहते हैं. राज्य में फिलहाल 2000 किलोमीटर राजमार्ग है. गडकरी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने और उनसे इसे लेकर सुझाव व प्रस्ताव देने का आग्रह करने की योजना बना रहे हैं. राजमार्ग के निर्माण के लिए यह निवेश पिछले साल दिसंबर में राज्य में सड़क विकास प्रस्तावों के लिए घोषित 6,000 करोड़ रुपये की राशि के अतिरिक्त है. ये प्रस्ताव भारत की दक्षेस सड़क संपर्क योजना की पृष्ठभूमि में आये हैं. गडकरी ने भारत, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश को सड़क मार्ग से जोड़ने का विचार रखा था.