रविवार को सदर अस्पताल में पोलियो बॉक्स लेने आयी महिलाओं को परेशानी हो रही थी. किसी का बेल्ट टूटा था, तो किसी का ढक्कन ठीक से नहीं लग रहा था. किसी तरह बॉक्स में पोलियो वैक्सीन लेकर महिलाएं बच्चों को दवा पिलाने क्षेत्र गयी. उनका कहना था कि हर बार इस बात को लेकर हमलोग आवाज उठाते हैं, लेकिन इस पर ध्यान ही नहीं दिया जाता है.
अभियान खत्म होने के बाद बॉक्स कार्यालय में जमा हो जाता है, लेकिन मरम्मत की दिशा में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता है. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार चौधरी का कहना है कि हमने वरीय अधिकारियों को सूचना दी थी. उसके बाद इस बार 175 नये बॉक्स भेजे गये हैं, लेकिन जिला में तीन हजार टीम काम कर रही है. ऐसे में 175 बॉक्स से काम नहीं चलेगा. इसके लिए हर प्रखंड के पीएचसी में रोगी कल्याण समिति में बॉक्स के रख-रखाव व मरम्मत का फंड आता है. वहां बॉक्स को ठीक कराना चाहिए व रख-रखाव भी ठीक से करना चाहिए. जो बॉक्स टूटे हुए हैं उसकी मरम्मत के लिए प्रभारी को निर्देश दिया जायेगा.