सीवान : हत्याकांड का एक कैदी शनिवार को पेशी के दौरान कचहरी रोड से फरार हो गया. जिसको लेकर जिले की पुलिस आठ घंटे तक हाथ – पैर मारती रही. जिसके बाद आखिरकार शाम को मुफ्फसिल थाना के मौलाना मजहरूल हक बस पड़ाव से फरार कैदी को गिरफ्तार करने में पुलिस सफल रही.
गोरेयाकोठी थानाक्षेत्र के करपलिया गांव निवासी पीर मोहम्मद के पुत्र मोहम्मद असलम पचरुखी थानाकांड संख्या 116/15 में जेल में था. कोर्ट के आदेश पर कैदी को मंडल कारा से सदर हाजत पुलिस द्वारा प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी मनोज कुमार श्रीवास्तव की अदालत में पेशी के लिए लाया गया था. बसंतपुर के पुलिस पदाधिकारी दिनेश राम ने कांड संख्या 61/15 में कैदी को रिमांड के लिए प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आवेदन दिया था. प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी श्री श्रीवास्तव ने हत्या के मामले में रिमांड किया.
पेशी कराने के बाद रिमांड के बाद सदर हाजत के हवलदार विजय शर्मा, मनोकामना सिंह व सिपाही दिलीप कुमार कैदी मोहम्मद असलम सहित सात कैदियों को पेशी करा कर सदर हाजत ले जा रहे थे. कचहरी दुर्गा मंदिर के पास भीड़ का लाभ उठा कर मो. असलम हाथ से हथकड़ी निकालकर भाग गया. जिसकी सूचना मिलने के बाद एसपी के निर्देश पर जिले में सघन छानबीन शुरू हो गयी.जिसके चलते आखिरकार तकरीबन सुबह दस बजे पुलिस के गिरफ्त से फरार हुआ मो.असलम मुफसिल थाना क्षेत्र के मौलाना मजहरूल हक बस पड़ाव से गिरफ्तार कर लिया गया.इसके बाद पुलिस राहत की सांस ली.
मालूम हो कि बसंतपुर थानाकांड संख्या 61/15 में जीवीनगर थाना के जगदीशपुर निवासी लालबाबू सिंह ने अपने भतीजा रणजीत सिंह की हत्या मामले में मोहम्मद असलम, हियातपुर निवासी मो शाहीद मियां, जगदीशपुर निवासी बाबूदीन मियां तथा मेराज मियां को नामजद किया था. इस मामले में शाहिद मियां पहले से ही जेल में है, जिसकी जमानत याचिका श्री श्रीवास्तव की कोर्ट से खारिज हो चुकी है.