संवाददाता
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज-ललित मोदी प्रकरण पर केंद्र सरकार पर एक बार फिर हमला किया है. होटल चाणक्य में फूड प्रोसेसिंग कॉनक्लेव के बाद संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में तरह-तरह के वादे कर भाजपा सत्ता में तो आ गयी, लेकिन अब सरकार चला नहीं पा रही है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग फेवरेट हैं उन्हें सरकार मदद कर रही है. सरकार बनने के साथ कानून तोड़ने वाले की सहायता की जा रही थी. अब मानवीय आधार पर मदद करने की बात कह कर पल्ला झाड़ा जा रहा है. नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार के एक साल पूरे होने पर बार-बार कहा जा रहा था कि कोई घोटाला नहीं हुआ, लेकिन अब तो सब कुछ सामने आ ही गया है. हर दिन नये चैप्टर खुलते जा रहे हैं. सबके नाम सामने आ रहे हैं. इससे भाजपा के काम करने का तरीका स्पष्ट हो जा रहा है. लोगों में घोर निराशा है और सरकार से उनका विश्वास उठता जा रहा है.
इस मामले पर प्रधानमंत्री के मौन रहने पर नीतीश कुमार ने कहा कि मौनम स्वीकृत: लक्ष्णम. मौन रहना ही किसी मामले की स्वीकृति का लक्षण है. उन्होंने कहा कि भाजपा खुले तौर पर नर्वस हो चुकी है. नर्वसनेस में भाजपा के नेता तरह-तरह की बातें बोलते जा रहे हैं. भाजपा के नेता जिन प्रकार भाषा, वाणी और शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं वह उनके खीज का परिचायक है. लोकसभा चुनाव के समय जो वादा किये गये थे वे पूरा भी नहीं हुए. धीरे-धीरे सब कुछ सामने आ रहा है. अब तो उनके सामने कोई गुंजाइश भी नहीं है. बिहार में विधासनभा चुनाव होने जा रहा है. देश भर में कही और चुनाव नहीं होगा. तरह-तरह की बातें होगी. सभी कोई उसे देखेंगे और सुनेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोगों का बयान आ रहा है. उन्होंने कहा कि मंत्री रविशंकर प्रसाद को कहीं लोग कॉल ड्राम मंत्री ना कहने लेंगे. पहले वे बीएसएनएल की कॉल ड्राप की स्थिति तो ठीक कर दें. योग दिवस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पहले भी कह चुके हैं कि योग कोई दिखावे की चीज नहीं है. यह खुद करने की चीज है.
आडवाणी जी की चिंता जायज, हम तोझेलरहे हैं
भाजपा सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के आये इंटरव्यू कि ‘देश खतरे में है और इमरजेंसी की स्थिति है’ पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आडवाणी जी भाजपा के बड़े नेता हैं. उनकी देश के लिए इतनी बड़ी चिंता जायज है. उनकी इस चिंता पर सबको ध्यान देना चाहिए. आडवाणी जी जिस चीज की चिंता कर रहे हैं उसे हम लोग तो झेल रहे हैं.