पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व आइपीएल प्रमुख ललित मोदी प्रकरण में भाजपा को घेरते हुए कहा कि केंद्र में यह कैसा राज है, जहां एक भगोड़े आर्थिक अपराधी की मदद के लिए मंत्री और प्रधानमंत्री तक आगे आ रहे हैं. बुधवार को 07 सकरुलर रोड स्थित अपने सरकारी आवास पर नालंदा और पटना जिलों के जदयू पदाधिकारियों की बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि 10 वर्षो के शासन में मेरे द्वारा न किसी अपराधी की पैरवी की गयी और न ही किसी को फंसाया गया.
यहां तक कि पुलिस प्रशासन के काम में भी कभी राजनीतिक दखल नहीं हुआ. लेकिन, केंद्र में यह कैसा राज है, जो एक भगोड़े आर्थिक अपराधी की मदद के लिए मंत्री एवं प्रधानमंत्री तक आगे आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि क्या रूल ऑफ लॉ इसी को कहते हैं? आज ललित मोदी को नरेंद्र मोदी बचा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने केंद्र के मंत्रियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे लोग खुद तो कुछ काम करते नहीं हैं, हर चौथे दिन बिहार आकर तीखी एवं घटिया बयानबाजी कर रहे हैं. यह प्रमाणित करता है कि इन मंत्रियों के मन मेंकितनी हताशा और निराशा घर कर गयी है. उन्होंने केंद्रीय संचार और आइटी मंत्री रविशंकर प्रसाद को सलाह दी कि उन्हें पटना में बयानबाजी करने की जगह बीएसएनएल की स्थिति में सुधार लाने का प्रयास करना चाहिए. नहीं तो देश उन्हें रविशंकर प्रसाद की जगह ‘भाई साहब नहीं लगा’ के नाम से पुकारने लगेगा. भाजपा पर हमला करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में कानून का राज हमने स्थापित किया.
यहां कानून का राज है और जब तक मैं हूं, कानून का राज बना रहेगा. सीएम ने कहा कि मेरा हरेक पल बिहार और बिहार के लोगों को लिए समर्पित हैं. कानून का राज स्थापित करने में भाजपा का कोई योगदान नहीं था और अब भी नहीं है. उनका योगदान सिर्फ पप्पू यादव और संतों की फौज, जिसका काम अराजकता फैलाना है, के साथ राजनीतिक गंठबंधन करने का है. उन्होंने कहा कि बिहार और देश एक साल में भाजपा की इस नयी मानसिकता से वाकिफ हो गया है.