संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक संस्थान अशांत देशों में व्यापक स्तर पर फैली हिंसा से लेकर जलवायु परिवर्तन और दुनिया भर में आर्थिक मुश्किलों जैसी मौजूदा वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार नहीं है. यह बात वैश्विक सुरक्षा, न्याय और प्रशासन पर गठित एक उच्च स्तरीय आयोग ने आज जारी एक रिपोर्ट में कही है.
आयोग ने संयुक्त राष्ट्र के पुनर्गठन, इन चुनौतियों से मुकाबले के लिए समाज में सभी स्तर पर सहयोग मजबूत करने और टकराव रोकने तथा हिंसा से निजात पा रहे देशों में शांति बहाली के मकसद से वैश्विक सुरक्षा, न्याय और प्रशासन पर सिलसिलेवार प्रस्ताव जारी किये हैं.
आयोग की सह अध्यक्ष, पूर्व अमेरिकी विदेशी मंत्री मैडेलीन अलब्राइट ने कहा, ‘वैश्विक नेताओं को जलवायु परिवर्तन, संघर्ष और सीमा-पारीय आर्थिक दुश्वारियों से पैदा हुयी 21 वीं सदी की चुनौतियों से निपटने के लिए नये तरीके से समाधान करना होगा.’ उन्होंने कहा, ‘लंबी अवधि में असरदार तरीके से इनसे निपटने में नाकामी से इस तरह का वैश्विक संकट और गहरा हो सकता है.’
इत्तेफाक से 158 पृष्ठ की यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र की 70 वीं वर्षगांठ पर जारी हुयी है और सितंबर में वैश्विक नेताओं का जमावडा गरीबी उन्मूलन, विकास को बढावा देने और जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार कारणों के निदान की दिशा में नये लक्ष्य तय करेगा.