हगाटना (गुआम) : कोच स्टीफन कांसटेनटाइन की कप्तानी में रोटेशन की नयी नीति के तहत स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री को 2018 फीफा विश्व कप क्वालीफायर के लिए मंगलवार को गुआम के बीच होने वाले मुकाबले में पूर्ण अंक प्राप्त करने के लक्ष्य के साथ भारतीय फुटबॉल टीम की कप्तानी सौंपी गयी है. इससे पहले क्वालीफिकेशन मैच में उच्च रैंकिंग वाले ओमान ने भारत को 2-1 से हराया था जबकि गुआम ने तुर्केमेनिस्तान को पराजित कर इतिहास रच दिया था.
इस मैच में पिछले मुकाबले में गुआम को मिली जीत के बावजूद भारतीय टीम का पलड़ा भारी माना जा रहा है.भारत बेंगलुरु में ओमान से मिली हार के बदले गुआम को पिछली भिडंत में 4-0 से हराने की बात को याद रखना चाहेगा.कांसटेनटाइन ने पिछले तीन मुकाबलों में 13 नये चेहरों को मैदान में उतारा और यह बात गुआम को भी मालूम है.भारत ने कांतिरवा स्टेडियम में ओमान के खिलाफ मैच में अपने खेल में परिवर्तन कर उम्मीद जगाई है.
जहां तक टीम के समन्वय की बात है तो कांसटेनटाइन लाइन अप को इधर-उधर नहीं करना चाहेंगे. छेत्री और राबिन सिंह आक्रमण की अगुआई करेंगे. छेत्री ने ओमान के खिलाफ शानदार गोल कर गुआम की रक्षा पंक्ति को चेता दिया है.
छेत्री की महत्ता अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने विश्व कप क्वालीफायर मुकाबले में अब तक भारत की ओर से किये गये सभी तीन गोल दागे हैं. टीम को जैकीचंद सिंह से नई शुरआत की उम्मीद है. सी के विनित ओमान के खिलाफ खासा प्रभाव नहीं डाल पाये थे लेकिन टीम के लिए वह काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं.
मिडफील्डर के रुप में सहनाज सिंह और यूगेनेशन लिंगदोह होंगे. रक्षा पंक्ति में अनर्ब मोंडल और धानाचंद्र सिंह होंगे जबकि लेफ्ट बैक की जिम्मेदारी लालचामुवाइया फनाई के पास होगी. गुआम का दारोमदार शेन मैलकाम पर होगा और उनके साथ जान मैकटिन हो सकते हैं. भारत की फीफा रैंकिंग गुआम से अधिक है फिर भी कांसटेनटाइन मुकाबले को हल्के में नहीं लेना चाहते.
कांसटेनटाइन ने कहा हम लोग फीफा की रैंकिंग देखने की स्थिति में नहीं हैं. हर टीम के पास कुछ अच्छी चीजें होती है और कुछ कमजोरी होती है. गुआम ने पिछले मैच में तुर्केमेनिस्तान को हराया है और उससे वह उत्साहित होगी. गुआम के कोच खेल को लेकर उत्साहित हैं.
उन्होंने कहा यह कड़ा मुकाबला होने वाला है. दोनों टीमें जीत हासिल कर तीन अंक के लिए खेलेगी. हमने ओमान के साथ भारत के पिछले मैच को देखा है और ऐसा लग रहा है कि भारतीय टीम में नयी जान आ गयी है. वे बहुत संगठित दिख रहे हैं और उसे तोड़ पाना कठिन होगा.