वाशिंगटन : भारत पिछले साल निवेश प्रतिबद्धता में गिरावट के बावजूद निजी क्षेत्र एवं बुनियादी ढांचा- उर्जा, परिवहन और जल – में उच्च निवेश प्रतिबद्धताओं के संबंध में पांच शीर्ष उभरते देशों में शामिल है.
विश्व बैंक समूह के सार्वजनिक-निजी भागीदारी विभाग से जुडे क्लाइव हैरिस ने कहा ‘‘हमारे ताजा आकलन से स्पष्ट है कि 2014 में सबसे अधिक निवेश प्रतिबद्धताओं वाले शीर्ष पांच देशों में ब्राजील, तुर्की, पेरु, कोलंबिया और भारत रहे.’’ हैरिस ने कहा ‘‘इन पांच देशों ने कुल मिलाकर 78 अरब डालर आकर्षित किए जो 2014 में विकासशील दुनिया में निवेश प्रतिबद्धताओं का 73 प्रतिशत है.’’ विश्व बैंक के मुताबिक उर्जा, परिवहन और जल संसाधन में निजी निवेश वाली परियोजनाओं के लिए 139 उभरती अर्थव्यवस्थओं में कुल बुनियादी ढांचा निवेश 2014 में बढकर 107.5 अरब डालर हो गया.
विश्व बैंक समूह द्वारा जारी रपट के मुताबिक ऐसा मुख्य तौर पर ब्राजील में गतिविधियां बढने के कारण हुआ. इसमें कहा गया कि चीन और भारत में निवेश प्रतिबद्धताएं घटीं.चीन में 2014 में निवेश प्रतिबद्धताएं 2.5 अरब डालर थीं जो 2010 से अब तक का न्यूनतम स्तर है. भारत में निवेश प्रतिबद्धताएं 2014 में कम हुईं और यह घटकर 6.2 अरब डालर पर आ गया.विश्वबैंक ने कहा कि हालांकि 2014 का आंकडा 2012 में दर्ज स्तर के करीब रहा और घाना, केन्या तथा सेनेगल जैसे दशों में गतिविधियों का बढना विशेष तौर पर उत्साहजनक रहा.
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