अररिया: सदर अस्पताल में इलाजरत एक विचाराधीन कैदी क ा हथकड़ियों से हाथ-पैर बांध कर रखे जाने के मामले में राज्य मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान ले लिया है. प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग ने डीएम से पूरे घटनाक्रम की जानकारी मांगी है. बताया जाता है कि इसी आलोक में डीएम नरेंद्र कुमार सिंह ने जांच दल गठित कर मामले की जांच का आदेश दिया है. इसके साथ ही डीएम ने जांच दल से मंगलवार को ही रिपोर्ट मांगी है. इसी क्रम में जांच दल में शामिल सदर एसडीओ संजय कुमार ने मंगलवार को सदर अस्पताल पहुंच कर मामले की छानबीन की. सिविल सजर्न के साथ पूरे मामले की जानकारी ली.
इसके साथ कैदी वार्ड की भी बारीकी से जांच की. अस्पताल में रखे गये बंदियों की सुरक्षा को ले तैनात डीएपी जवान लखन चंद मुमरू से भी पूछताछ की व उसका बयान लिया. जांच के दौरान अस्पताल उपाधीक्षक डॉ राजेश कुमार, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद सहित अस्पताल कर्मी मौजूद थे. इस क्रम में विचाराधीन कैदी अस्पताल में कब भरती हुआ, कब उसे रेफर किया गया व कब उसे भागलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया, इन सारे बिंदुओं पर जांच की गयी और इससे संबंधित सारे पत्रों को खंगाला गया.
जानकारी के अनुसार मंगलवार को जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व मंडल कारा प्रशासन के पदाधिकारी इस मामले को ले गंभीर रहे और अपना दामन बचाने का हर संभव प्रयास करते नजर आये. दोषी कौन, इसको ले सभी विभागीय पदाधिकारी बॉल को दूसरे के पाले में डालने की कवायद करते नजर आये.
प्रभात खबर में प्रकाशित खबर के आलोक में राज्य मानवाधिकार आयोग ने पूरी जांच रिपोर्ट मांगी है. इसे गंभीरता से लिया गया है. मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी.
नरेंद्र कुमार सिंह, डीएम, अररिया