आरा : देश के लिए कारगिल में अपने प्राणों की आहूति देने वाले शहीद विद्या नंद की 17 वीं पुण्यतिथि पर स्मृति सभा का आयोजन शहीद विद्या भवन के सभागार में किया गया. विषय प्रवेश कराते हुए राजेश दूबे ने युद्ध के कारणों के बारे में विस्तार से बताया.
उन्होंने कहा कि देश स्तर पर भोजपुर को सम्मान दिलाने का काम शहीद विद्या नंद सिंह ने किया. कारगिल युद्ध में हमारा जिला किसी से कम नहीं रहा. आज हम गर्व से कहते हैं कि देश की रक्षा में भोजपुर का लाल विद्या नंद सिंह ने शहीद होकर जिले का नाम रोशन किया.
पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी ने कहा कि मैं सदैव विद्या नंद को प्रेरणा स्नेत मानता हूं. शहीद विद्या नंद होना सबके बस की बात नहीं है. समाज में भाई चारा और अपनत्व की कमी हो रही है. ऐसे में समाज के लिए, देश के लिए शहीद होना साधारण बात नहीं है. शहीदों के नाम पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. उन्होंने शहीद विद्या नंद की पत्नी पार्वती देवी को शाल भेंट कर सम्मानित किया. बिहार राज्य नागरिक परिषद के महासचिव भाई ब्रह्मेश्वर ने कहा कि शहीद विद्या नंद ने जिले के मान को बढ़ाया है.
इसलिए हमारा दायित्व है कि हम शहीद तथा शहीद के परिजनों के लिए आगे आएं. मुख्य अतिथि बिहार राज्य महिला आयोग की सदस्य चौधरी मायावती ने कहा कि शहीदों से हमें प्रेरणा मिलती है कि जीवन और समाज में सिर्फ पाना हीं नहीं खोना भी होता है. शहीद विद्या नंद ने अपना जीवन न्योछावर कर दिया. यह सोचने वाली बात है.
कार्यक्रम को प्रो कन्हैया बहादुर, नंद किशोर, प्रो कमला कुमारी, प्रो नीरज सिंह, नागेश्वर दुबे, देवेंद्र प्रसाद, अशोक मानव, सुशील कुमार, महेंद्र प्रसाद, अजय सिंह, जितेंद्र कुमार आदि ने किया. मंच संचालन मनीष कुमार ने किया.