भागलपुर: किन्नर बच्चों को समाज के मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सरकार ने कवायद शुरू कर दी है. किन्नर बच्चों को शिक्षित किया जायेगा. स्कूलों में अलग से रजिस्टर बनाया जायेगा, ताकि सामान्य बच्चों की तरह किन्नर बच्चे भी शिक्षित हो सके और समाज के विकास के लिए काम कर सके. इस आशय का पत्र मुख्यालय से जिला शिक्षा विभाग को प्राप्त हुआ है.
विभाग ने ट्रान्सजेंडर बच्चों को सामान्य बच्चों से जोड़ने के लिए विद्यालय में जागरूकता अभियान चलाया जायेगा, ताकि विद्यालय में पढ़ाई करने आये किन्नर बच्चों के प्रति शिक्षक व सामान्य बच्चों के बीच अच्छा माहौल कायम रहें. किन्नर बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए विभाग की ओर से एक टीम को लगाया जायेगा, ताकि उन बच्चों में किसी प्रकार का ङिाझक नहीं रहे. शिक्षा अधिकार कानून के तहत उन्हें शिक्षा उपलब्ध कराया जायेगा. किन्नर बच्चों को विद्यालयों से जोड़ने के लिए विभाग हर संभव प्रयास करेगा. किसी कारण किन्नर बच्चे स्कूल छोड़ चुके हैं, तो उन्हें दोबारा स्कूल से जोड़ा जायेगा. विभाग ने कहा कि शिक्षक-प्रशिक्षण में ट्रान्सजेंडर समाज पर आधारित कार्यक्रम आयोजित करें, ताकि किन्नर को लेकर फैले भ्रम को दूर किया जा सके. विभाग ने बनायी टीम : किन्नर बच्चों को चिह्न्ति करने के लिए शिक्षा विभाग ने जिला स्तर, प्रखंड व पंचायत स्तर पर टीम बनायी है.
किन्नर बच्चे सामान्य बच्चों की तुलना में काफी ऊर्जावान होते है. सोसाइटी में उनकी भागेदारी सुनिश्चित हो. किन्नर समाज शिक्षित होगा, इससे समाज व देश के विकास में और तेजी आयेगी. नागरिक विकास समिति किन्नर समाज के विकास को लेकर जिला स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित कर चुकी है.
रमण कर्ण, सलाहकार नागरिक विकास समिति