कोलकाता: यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में मनमोहन सिंह मंत्रिमंडल में शामिल रहीं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जम कर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी दोस्ती पर सवाल उठाये. शनिवार को महानगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित करते हुए श्री गांधी ने नरेंद्र […]
कोलकाता: यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में मनमोहन सिंह मंत्रिमंडल में शामिल रहीं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जम कर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी दोस्ती पर सवाल उठाये. शनिवार को महानगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सभा को संबोधित करते हुए श्री गांधी ने नरेंद्र मोदी के साथ ममता बनर्जी के बांग्लादेश सफर पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब केंद्र में हमारी सरकार थी और हमारे प्रधानमंत्री बांग्लादेश जाना चाहते थे, तब हमने उनसे बातचीत की थी और हमारे साथ चलने का अनुरोध किया था. तब उन्होंने कहा था ‘नहीं एकला चलो रे’. अब मोदीजी सत्ता में हैं, इसलिए अब कोई एकला चलो नहीं. हम साथ चलंेगे. यह क्यों हो रहा है. यह दोस्ती किस बात को लेकर है. इसका मतलब आप अच्छी तरह जानते हैं.
खचाखच भरे नेताजी इंडोर स्टेडियम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री गांधी ने कहा कि ममता बनर्जी ने एकला चलो रे का गलत मतलब निकाल लिया है. उनका मतलब है कि किसी से विचार-विमर्श किये बगैर अपनी मरजी के मुताबिक सरकार चलायें.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि वाम मोरचा ने 34 साल तक हथौड़े से बंगाल को दबाये रखा. जिसके कारण सारा देश आगे निकल गया और बंगाल पीछे रह गया. पर तृणमूल का फूल तो हथौड़े से भी ज्यादा जोर से वार कर रहा है. जो वाम ने किया, ममता बनर्जी उसे और जोर से कर रही हैं. उन्होंने राज्य में उद्योग लाने का वादा किया था, पर एक भी उद्योग आज तक नहीं आया. उन्होंने वाम दलों के अत्याचार को खत्म करने का वादा किया था, उसे उन्होंने दोगुना कर दिया.
श्री गांधी ने कहा कि वामो ने 34 वर्ष तक बंगाल का विकास पर ब्रेक लगा दिया था, तब लोगों को लगा कि तृणमूल कांग्रेस आयेगी और राज्य को आगे ले जायेगी, पर सत्ता में आने के बाद तृणमूल ने भी ब्रेक लगा दिया. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि ममता बनर्जी गाड़ी भी चलाना चाहती हैं और दोनों ब्रेक भी उन्होंने दबा रखा है. ऐसे में गाड़ी कैसे चलेगी. अगर राज्य में तेज रफ्तार में गाड़ी चलानी है तो कांग्रेस को लाना होगा. पर हमें पता है कि अन्य राज्यों के मुकाबले यहां आपके लिए अधिक कठिनाई है. अन्य राज्यों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मारा-पीटा नहीं जाता है. पर हमें उम्मीद है कि हालात बदलेंगे.