उन्होंने प्रबंधक श्वेता कुमारी से बच्चों के स्वास्थ्य व चिकित्सक की जानकारी लेते कहा कि शिशु रोग विशेषज्ञ के अलावे गृह में स्पेशलिस्ट डॉक्टर की व्यवस्था डीएम व निदेशक के सहयोग से करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि वर्तमान में टेक्नोलॉजी का काफी विस्तार हुआ है. जिसकी मदद से गृह में रह रहे बच्चों में बदलाव लाया जा सकता है.
अध्यक्ष ने प्रबंधक को महीने में एक बार स्पेशलिस्ट चिकित्सकों का कैंप लगवा कर स्वास्थ्य परीक्षण कराने को कहा. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी या गृह में महिलाओं को जोड़ने का सरकार का सिर्फ एक ही मकसद है कि बच्चों को मां का प्यार मिल सके. उन्होंने मौजूद कर्मियों को इस नेक काम में श्रम व समय देने के लिए उनकी सराहना की. उन्होंने लोगों से अपील करते कहा कि किसी भी परिस्थिति में बच्चों को अपनों से अलग करें. यदि ऐसा करते हैं तो अपने घरों में पूजा व पर्व मनाना छोड़ दे. उन्होंने गृह के कर्मियों से ईमानदारीपूर्वक व पारदर्शिता से काम करने की अपील की.