नयी दिल्ली: वरिष्ठतम सूचना आयुक्त विजय शर्मा को नया मुख्य सूचना आयुक्त नियुक्त किए जाने एवं पूर्व सीबीडीटी प्रमुख केवी चौधरी को नया केंद्रीय सतर्कता आयुक्त नियुक्त किए जाने की संभावना है. ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खडगे के बीच सोमवार को हुई बैठकों में इन नामों पर सहमति बनी है.
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने जहां मुख्य सूचना आयुक्त (सीआइसी) की चयन समिति की बैठक में हिस्सा लिया. वहीं, केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) के चयन से संबंधित बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हिस्सा लिया. इन बैठकों में कार्मिक राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह भी उपस्थित थे. इस विषय पर कोई औपचारिक जानकारी नहीं मिली है. लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि 64 वर्षीय शर्मा को नया सीआइसी नियुक्त किया जा सकता है. यह पद पिछले नौ महीने से रिक्त है.
उन्होंने बताया कि दूसरे शीर्ष पद के सबसे प्रबल दावेदार 61 वर्षीय चौधरी माने जा रहे हैं. हालांकि कार्यवाहक सीवीसी राजीव भी इस दौड़ में शामिल हैं. बैठक के बाद खडगे ने कहा, चयन समितियों की बैठक हुई और उनकी सिफारिशों को राष्ट्रपति के कार्यालय भेज दिया गया है. रिक्त पदों के लिए सभी नामों को राष्ट्रपति के पास भेज दिया गया है. मैं नामों के बारे में आपको नहीं बता सकता, बैठक गोपनीय थी. यह पूछे जाने पर कि क्या नामों पर असहमति थी, खडगे ने कहा कि नामों पर सहमति या असहमति का इस समय कोई सवाल नहीं है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा स्वीकृति मिलने के बाद नामों की औपचारिक घोषणा की जायेगी. राष्ट्रपति पांच दिवसीय विदेश यात्र के कारण बृहस्पतिवार तक देश से बाहर हैं.
पिछले महीने के आरंभ में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीआइसी, सीवीसी और लोकपाल की नियुक्तियों में हो रही देरी को लेकर निशाना साधते हुए कहा था कि सरकार को पारदर्शिता से डर लगता है. नियुक्तियों में देरी पर विभिन्न आरटीआइ कार्यकर्ताओं ने भी सवाल उठाया था. पूर्व पर्यावरण सचिव शर्मा केंद्रीय सूचना आयोग में 2012 से ही सूचना आयुक्त के तौर पर कार्यरत हैं. यदि शर्मा को संस्था का प्रमुख नियुक्त किया जाता है कि उनका कार्यकाल करीब छह महीने का होगा. चूंकि वह दो दिसंबर को 65 वर्ष के हो रहे हैं, अत: उनका कार्यकाल उसी दिन समाप्त हो जाएगा.
पिछले वर्ष अक्तूबर में सीबीडीटी के पद से सेवानिवृत्त हुए चौधरी, उच्चतम न्यायालय द्वारा काले धन की जांच हेतु नियुक्त विशेष जांच दल (एसआइटी) के कार्यवाहक सलाहकार हैं. इन दो बैठकों में सूचना आयुक्तों के तीन रिक्त पदों और सतर्कता आयुक्त के कम से कम एक रिक्त पद पर नियुक्ति हेतु नामों को मंजूरी दी गयी. पैनल की पिछली बैठक 23 मई को हुई थी, हालांकि उसमें कोई परिणाम नहीं निकला था.
सीआइसी के प्रमुख का पद पिछले नौ माह से रिक्त है. इस पद से 22 अगस्त 2014 को राजीव माथुर का कार्यकाल समाप्त हुआ और किसी की नियुक्ति नहीं की गई. सीआइसी में सूचना आयुक्तों के तीन पद भी रिक्त हैं. सूत्रों ने बताया कि सभी सात सूचना आयुक्तों सहित मुख्य सूचना आयुक्त के पद के लिए, 203 आवेदन आए हैं. सूचना आयुक्तों के लिए 553 आवेदन आए हैं. सूचना का अधिकार कानून के तहत सीआइसी में एक प्रमुख और 10 सूचना आयुक्त होते हैं. केंद्रीय सतर्कता आयोग में मुख्य सतर्कता आयुक्त प्रदीप कुमार का कार्यकाल पिछले साल 28 सितंबर को समाप्त हुआ था जबकि सतर्कता आयुक्त जे एम गर्ग ने सात सितंबर को अपना कार्यकाल पूरा किया था. सूत्रों ने बताया कि सरकार को इन दोनों पदों के लिए 130 आवेदन मिले हैं.