– बीयर में बालू जमने के कारण घटी जल भंडारण व सिंचाई क्षमता1केएसएन 2 : सूखा पड़ा सोना सिंचाई योजना का मुख्य नहरसंवाददाता, खरसावां जल पथ प्रमंडल संख्या चार द्वारा संचालित क्षेत्र की महत्वाकांक्षी सोना सिंचाई योजना (केरकेट्टा डैम) से खरसावां, कुचाई व सरायकेला प्रखंड के किसानों को समुचित मात्रा में पानी नहीं मिल रही है. सोना सिंचाई योजना के जल भंडारण स्थल केरकेट्टा डैम के बीयर में जल भंडारण नहीं होने के कारण क्षेत्र में सुखाड़ से निपटने के सभी प्रयास विफल हो गये है. केरकेट्टा डैम के जल भंडारण स्थल बीयर की मरम्मत के अभाव में यहां बालू व मिट्टी भर गये है और इसका सिंचित क्षेत्र भी काफी कम हो गया है. वर्ष 2003 में सोना सिंचाई नहर योजना का जीर्णोंद्धार व नहरों का पक्कीकरण किया गया था. फिलहाल इस योजना के मुख्य नहर की लंबाई 16.62 किलोमीटर पर तो कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा, परंतु 18 किलोमीटर की लंबी शाखाओं की लंबाई अब घट गयी है. रख रखाव की कमी के कारण डैम में मिट्टी व बालू भर गये है. रख रखाव के अभाव में पिछले वर्ष मुख्य नहर दो बार बह गया था. अब भी सोना सिंंचाई योजना का मुख्य नहर सूखा पड़ा हुआ है.
Advertisement
मिट्टी व बालू से भरा खरसावां का केरकेट्टा डैम
– बीयर में बालू जमने के कारण घटी जल भंडारण व सिंचाई क्षमता1केएसएन 2 : सूखा पड़ा सोना सिंचाई योजना का मुख्य नहरसंवाददाता, खरसावां जल पथ प्रमंडल संख्या चार द्वारा संचालित क्षेत्र की महत्वाकांक्षी सोना सिंचाई योजना (केरकेट्टा डैम) से खरसावां, कुचाई व सरायकेला प्रखंड के किसानों को समुचित मात्रा में पानी नहीं मिल रही […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement