सोनो: इग्नू द्वारा संचालित डीपीइ(डिप्लोमा इन प्राइमरी एजुकेशन) प्रशिक्षण 2009-11 के संवर्धन सत्र का समापन रविवार को दीक्षांत समारोह के रूप में संपन्न हुआ. प्लस टू विद्यालय सोनो केंद्र के सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ जिला शिक्षा पदाधिकारी बीएन झा, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) महेंद्र झा, अतिरिक्त कार्यक्रम समन्वयक रुस्तम अली व कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रशिक्षण केंद्र के संचालक सह विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरुणदेव राय ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया. वरीय शिक्षक अमरनाथ पांडेय द्वारा मंगलाचरण व प्रशिक्षु शिक्षिकाओं द्वारा स्वागत गान और सरस्वती वंदना से कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया.
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डीइओ श्री झा ने सोनो प्रखंड के 180 शिक्षक -शिक्षिकाओं को प्रशिक्षित होने पर बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अब आपकी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गयी है. आप पढ़ाने से पहले योजना बनाएं. साथ ही अध्यापन से पूर्व संबंधित विषय का खुद अध्ययन कर लें. इससे न सिर्फ आपको पढ़ाने में सहूलियत होगी वरन बच्चे भी आसानी से ग्रहण कर सकेंगे. शिक्षकों को सही समय पर विद्यालय आने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों के विद्यालय पहुंचने से पूर्व आप वहां पहुंच जायें और बच्चों का स्वागत करें.
इससे उनका मनोबल बढ़ेगा साथ ही अभिभावकों का भी विश्वास बढ़ेगा. सरकारी शिक्षकों की लचर व्यवस्था की स्थिति को स्वीकारते हुए उन्होंने पूछा कि आखिर क्या कारण है कि सरकारी विद्यालयों में नामांकित अधिकतर बच्चे निजी विद्यालय में पढ़ने जाते हैं. शिक्षको ंको अपने मूल कार्य व कर्तव्य से भटकना नहीं चाहिए. अंदेशा जताते हुए उन्होंने कहा कि यदि आप अपने विद्यालय में बच्चों को सही शिक्षा नहीं देंगे तो अभिभावक वैकल्पिक व्यवस्था तलाश लेंगे. इसलिए दक्षता सापेक्ष अध्यापन को अपनायें. डीपीओ महेंद्र झा ने कहा कि आप तमाम औपचारिकताओं से ऊपर उठ कर अपना सर्वोत्तम बच्चों को दें, जो एक आध्यात्मिक कार्य भी होगा. कार्यक्रम समन्वयक रुस्तम अली ने कहा कि शिक्षा का अर्थ मात्र अक्षर ज्ञान नहीं बल्कि अंधेरे से प्रकाश की ओर जाने का है.