पटना : बिहार विधान परिषद की सीटों को लेकर जदयू-राजद में अब भी जिच कायम है. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि एक ही सीट पर दोनों दलों से उम्मीदवारों का दावा होने की वजह से बात नहीं बन पा रही है.
अगले एक-दो दिन में सब कुछ साफ हो जायेगा और जो भी दिक्कतें आ रही हैं उसे दूर कर लिया जायेगा. जल्द ही मिल बैठ कर सारी बातों को क्लियर कर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि विधान परिषद चुनाव में जदयू, राजद, कांग्रेस व एनसीपी गंठबंधन कर चुनावी मैदान में उतरेगी. इसके लिए सभी दलों की सहमति बन गयी है. कांग्रेस को तीन और एनसीपी को एक सीट देना पक्का हो चुका है.
इसके लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी व एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष तारिक अनवर ने अपनी सहमति दे दी है. उधर, सूत्रों की माने तो राजद जदयू की सीटिंग सीट पर ही अपना दावा कर रहा है. इसकी वजह से जदयू को अपनी सीटें देनी पड़ रही हैं.
गया और सासाराम सीट जदयू की सीटिंग सीट है, लेकिन इन सीटों पर राजद द्वारा दावा करने व लगातार दबाव बनाने के बाद राजद के होने वाले उम्मीदवारों को जदयू में शामिल कर लिया गया है और जदयू से उन्हें सीट देने की तैयारी चल रही है. जदयू की कई अन्य सीटिंग सीटों पर भी अंतिम रूप से सहमति नहीं बन सकी है, लेकिन यह तय है कि जदयू-राजद 10-10 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी.
दो दिनों में हो जायेगा निर्णय : पूर्वे
पटना. राजद के प्रदेश अध्यक्ष डा रामचंद्र पूव्रे ने कहा है कि विधान परिषद की सीटों का निर्णय एक-दो दिनों में हो जायेगा. राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद सेक्युलर मोरचा के पक्षधर हैं. इसके लिए प्रयास भी कर रहे हैं इसलिए सभी दलों के नेताओं को अहंकार का त्याग करने की बात कह रहे हैं. सभी नेता इस दिशा में गंभीर पहल कर रहे हैं. इसका बेहतर नतीजा आयेगा.