लखीसराय. प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के आलोक में आज से 31 मई तक राष्ट्रीय फाइलेरिया दिवस के मनाया जायेगा. इसके तहत एमडीए (मास ड्रग एडमिस्ट्रेशन) कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से इससे संबंधित डीइसी एवं एबेंडाजोल दवा का वितरण किया जायेगा.
उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिला मलेरिया पदाधिकारी डा. रामानंद सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत 2 से 5 वर्ष के बच्चों को एक डीइसी एवं एक एबेंडाजोल की खुराक दी जायेगी, वहीं 6 से 14 वर्ष के बच्चों को दो डीइसी एवं एक एबेंडाजोल का डोज तथा 15 वर्ष से ऊपर के लोगों को तीन डोज डीइसी एवं एक डोज एबेंडाजोल की खुराक दिये जायेंगे. उन्होंने कहा कि यह दवा दो वर्ष से नीचे बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा गंभीर रोग से ग्रसित रोगियों को यह दवा नहीं दी जानी है. इसके अलावे प्रत्येक लोग के लिए यह दवा जरूरी है.
उन्होंने बताया कि यह दवा आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से या समीपवर्ती पीएचसी के माध्यम से भी ली जा सकती है. उन्होंने कहा कि इन दवाओं के सेवन से जिन व्यक्तियों के खून में फाइलेरिया के कीटाणु होते हैं वह मर जाते हैं. जिस वजह से उन्हें हल्का बुखार, सर दर्द, उल्टी या चक्कर आने की शिकायत हो सकती है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. ये लक्षण कुछ समय के बाद स्वयं समाप्त हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि डीइसी का सेवन करने से आने वाले वंश को फाइलेरिया से मुक्त रखा जा सकेगा. फाइलेरिया दिवस पर साल में एक बार डीइसी दवा खाने से कभी भी फाइलेरिया नहीं होगा.