अरेराज/गोविदगंज : नेपाल से गंडक में छोड़े गये पानी से क्षेत्र के लोगों में दहशत है. उच्च पदाधिकारी के निर्देश पर गंडक तटवर्ती बांध पर सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. वहीं नदी में नहीं जाने व अपने बचाव के लिए सुरक्षित पर रहने की सलाह दी जा रही है.
असमय बाढ़ की बात सुन कर क्षेत्र के लोग में भय के साथ चिंता बनी हुई है. वहीं लोग बाढ़ के भय से अपने घरों को छोड़ कर सुरक्षित स्थान जाने की तैयारी करने लगे हैं. गंडक तटवर्ती बांध पर रेन कट बन गया है, जो कही-कही गहरा बन गया है. इससे लोगों में भय है की नेपाल द्वारा छोड़े गये पानी से बांध कभी भी टूट सकता है. जिसके चलते दर्जनों गांव प्रभावित हो सकते हैं.
रतजगा कर रहे ग्रामीण
लोगों के जेहन में भूकंप का भय अभी समाप्त भी नहीं हुआ है कि प्रशासन द्वारा बाढ़ को लेकर हाइअलर्ट करने पर ग्रामीण रतजगा करने को विवश हो गये हैं. ग्रामीण रमेंद्र तिवारी, बच्च तिवारी ने बताया कि अभी भूकंप से धरती डोलने को लेकर पूरे परिवार के लोग घर से बाहर ही रात जगा कर रहे थे कि बाढ़ आने की सूचना हमलोगों का दिल दहला दिया है.
सतर्कता का निर्देश
नुरूल हक के निर्देश पर गोविदगंज थानाध्यक्ष विजय कुमार सिंह व मलाही थानाध्यक्ष राजेश कुमार द्वारा बांध का निरीक्षण कर चौकीदार को प्रतिनियुक्त किया गया है. वहीं थानाध्यक्ष विजय कुमार सिंह ने बताया कि नवादा बांध पर मुरारी पासवान, सरेया पर देवेंद्र राउत व तीन गठिया पर जयशंकर राम को लोगों को नदी में नहीं जाने व सतर्क रहने का सलाह दे रहे हैं.
मिश्रौलिया पंचायत के मुखिया चंदेश्वर सिंह ने बताया कि तीन सालों में बांध की मरम्मत कार्य नहीं होने के कारण बांध दर्जनों जगह डैमेज है. पानी अब नदी में अधिक आया तो सखवा मेन घाट, नगदहा, सरेसा वृजमोहन तिवारी के घर के पास जीतवारपुर, दिलखुश सिंह के घर के पास सहित कई जगह पर टूटने की संभावना है.
बांध टूटा तो होंगे जलमग्न
अगर बांध टूटा तो बभनौली,सरेया, झखरा, बहादुरपुर, अरेराज, रमपुरवा, मुडा, नवादा पंचायत, सहित दर्जनों गांव जलमग्न हो जायेगा.
कहते हैं पदाधिकारी
सीओ रघुनाथ ने बताया कि नदी में पूरा पानी नहीं आया हुआ है. वहीं बांध का निरीक्षण किया जा रहा है. साथ ही प्रशासन किसी भी परिस्थिति से निबटने के लिए तैयार हैं.