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आरोपित अरुण त्रिपाठी की पिस्टल सीज
सीवान : रविवार को अवैध पार्किग शुल्क नहीं देने पर मुफस्सिल थाने के लखरांव निवासी स्कॉर्पियो मालिक संजय यादव को गोली मार दी गयी और उसके भाई को मारपीट कर घायल कर दिया गया. इस मामले में आक्रोशित लोगों ने सड़क को जाम कर प्रदर्शन किया था. इस मामले में आरोपित अरुण त्रिपाठी व अन्य […]
सीवान : रविवार को अवैध पार्किग शुल्क नहीं देने पर मुफस्सिल थाने के लखरांव निवासी स्कॉर्पियो मालिक संजय यादव को गोली मार दी गयी और उसके भाई को मारपीट कर घायल कर दिया गया.
इस मामले में आक्रोशित लोगों ने सड़क को जाम कर प्रदर्शन किया था. इस मामले में आरोपित अरुण त्रिपाठी व अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. वहीं रविवार की देर शाम अरुण त्रिपाठी की पिस्टल सीज कर दी गयी. इन सबके बीच प्रश्न उठता है कि जब प्रशासन की नाक के नीचे पार्किग के नाम पर वसूली चल रही थी, तो पुलिस व प्रशासन कहां था. हर बार की तरह घटना के बाद ही प्रशासन की नींद क्यों खुलती है.
मामले में दो प्राथमिकियां दर्ज : हमेशा की तरह गोलीबारी की घटना के बाद पीड़ित व बचाव दोनों पक्षों द्वारा नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. गोली लगने से घायल संजय यादव ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. वहीं दूसरी ओर अरुण त्रिपाठी की पत्नी द्वारा मनोज व संजय समेत अन्य लोगों के साथ मिल कर हमला करने का मामला दर्ज कराया गया है.
फोरेंसिक जांच के लिए भेजी जायेगी पिस्टल व गोली : जब्त पिस्टल व गोली फोरेंसिक जांच के लिए पटना भेजी जायेंगी. साथ ही पुलिस अरुण के लाइसेंस को रद्द करने की भी अनुशंसा करेगी. साथ ही इस मामले में आरोपित लोगों का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जायेगा.
अवैध रूप से जारी था धंधा : प्रशासन की नाक के नीचे अवैध पार्किग वसूली का धंधा जोरों पर चल रहा था. समाहरणालय के ठीक सामने व व्यस्ततम सड़क पर रोजाना सुबह नो इंट्री के पहले तक जबरन चंदा वसूली भी मंदिर के नाम पर की जा रही थी, लेकिन पुलिस व प्रशासन का इस तरफ कोई ध्यान नहीं था.
पार्किग के नाम पर रसीद काट कर वसूली की जा रही थी. मंदिर समिति के सचिव द्वारा नगर पर्षद से वाहन पड़ाव की अनुमति के लिए पत्र लिखा गया था. नगर कार्यपालक पदाधिकारी ने चार शर्ते निर्धारित करते हुए एक सप्ताह के अंदर एकरारनामा करने को कहा था. परंतु एक माह तक एकरारनामा नहीं हुआ और अवैध वसूली जारी रही. यहां यह भी बता दें कि मंदिर समिति द्वारा घाट का उत्तरी छोर पूरी तरह कब्जे में कर लिया गया है. मात्र तीन कट्ठे जमीन के बदले घाट अवस्थित जमीन पर कब्जा दिख रहा है.
आये दिन हो रहा था विवाद : पार्किग को लेकर आये दिन विवाद होता रहता था. कोई वाहन चालक अगर सड़क किनारे भी वाहन पार्क करता था, तो उसे स्टैंड में ही वाहन पार्क करने का दबाव डाला जाता था. आये दिन तू-तू, मैं-मैं की स्थिति पैदा हो रही थी. इसी क्रम में रविवार को गोलीबारी की घटना हो गयी.
मंदिर समिति का है अपना पक्ष : श्रीरामजानकी मानस मंदिर व धर्मशाला निर्माण समिति दाहा नदी पुलवा घाट का तर्क है कि वाहन पड़ाव वसूली के लिए पत्र दिया गया था, साथ ही यह मंदिर निर्माण के निमित्त किया जा रहा था.
विशेष टीम गठित : एसपी विकास वर्मन द्वारा घटना की जांच व आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है. नगर थाने के अतिरिक्त इस काम में एसआइटी को भी शामिल किया गया है. आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज कर दी गयी है.
डीएम व एसपी ने दिखाये कड़े तेवर : अवैध पार्किग वसूली के कारण ही यह घटना हुई है. इसको लेकर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह व एसपी विकास वर्मन ने कड़े तेवर अपना लिये हैं. नगर पर्षद व सीओ सीवान सदर को जमीन की नापी करा कर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है.
साथ ही मंदिर की जमीन के स्वामित्व को लेकर भी पूरी रिपोर्ट तलब की गयी है. मंदिर के उत्तरी दीवार को नदी तट तक चुनवा देने के संबंध में भी कड़ी कार्रवाई होगी. अवैध कब्जे के संबंध में कड़ी कार्रवाई की जायेगी. पुलिस व प्रशासन वहां स्वामित्व बोर्ड भी लगायेगा.
साथ ही इसके लिए दोषी अधिकारियों पर भी गाज गिरेगी. आखिर किस परिस्थिति में यह अवैध वसूली जारी थी. एसडीओ सदर को भी इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिये गये हैं. इस अवैध वसूली के संबंध में दोषियों पर मामला दर्ज किया जायेगा.
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