पटना : उत्तर बिहार के सात जिलों में बाढ़ के उत्पन्न खतरे समेत अन्य मसलों पर विचार-विमर्श करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को आपात बैठक बुलायी है. इस दौरान बिहार समेत झारखंड में नक्सलियों के बंद के दौरान जारी हिंसक कार्रवाईयों पर भी चर्चा होगी. मालूम हो कि नेपाल के म्यागदी जिले में बेनी बाजार रामछे गांव के पास काली गंडकी नदी में पहाड़ टूट कर गिर गया है. इससे नदी से पानी का बहाव पूरी तरह से बंद हो गया है और एक कृत्रिम झील बन गयी है. रविवार सुबह तक इसमें आठ लाख क्यूसेक पानी स्टोर हो चुका था. जल स्तर 150 फुट तक पहुंच गया है. पानी लगातार बढ़ रहा है. इससे बिहार व उत्तरप्रदेश में भी बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है.
उधर, अचानक अतिरिक्त पानी आने की आशंका के मद्देनजर बिहार के सात जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. वाल्मीकिनगर गंडक बराज के सभी 36 फाटक खोल दिये गये हैं. बराज के कंट्रोल रूम में कार्यरत तकनीशियन की छुट्टी रद्द कर दी गयी है. एलर्ट जारी किये जाने के साथ ही प्रभावित इलाके में प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों की ओर जाने को कहा है. एसएसबी की ओर से जवानों को अलर्ट कर दिया गया है. बाढ़ की स्थिति से निबटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है. राज्य के जल संसाधन विभाग ने बूढ़ी गंडकी में अतिरिक्त पानी आने की आशंका के मद्देनजर सात जिलों-पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर और वैशाली में अलर्ट जारी किया है.
वहीं, बीते दिनों एक महिला कामरेड के एनकाउंटर के विरोध में नक्सलियों ने बिहार व झारखंड में सोमवार को बंद का एलान किया है. नक्सलियों का यह बंद आज से शुरू है और यह अगले 48 घंटे तक यानी मंगलवार तक चलेगा. इस दौरान बिहार के गया जिले में जीटी रोड पर माओवादियों ने अनेक वाहनों में आग लगाकर उसे जला दिया. मुख्यमंत्री की ओर से बुलायी गयी आपात बैठक के दौरान इस मामले पर भी विचार विमर्श किया जाने की सूचना है.