फलका: फलका प्रखंड के गिरियामा गांव में तेरह वर्षीया नाबालिग लड़की ने अपने पिता के बराबर उम्रवाले दूल्हा से शादी करने से इनकार कर एक मिसाल कायम किया है. यही नहीं लड़की ने गांववालों की मदद से दूल्हे को पीट कर भगा दिया. सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची, लेकिन तब तक दोनों बिचौलिये भी फरार हो गये थे. हालांकि, पुलिस ने किसी के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया. लेकिन, लड़की की हिम्मत व जज्बे को देख कर हर तरफ प्रशंसा हो रही है.
जबरन डलवाया सिंदूर
तेरह वर्षीया लड़की ने बताया कि उसका घर पूर्णिया के जलालगढ़ में है. वह अपनी मौसी के घर में वर्षो से रह रही है. इस बीच उसके पिताजी व मां भी आयी हुए थे. गांव के ही दो दलाल उपेंद्र चौधरी और दिनेश चौधरी ने उसके विकलांग पिता, बीमार मां व मौसी को मोटी रकम का लालच देकर गोड्डा जिला के अधेड़ सुभाष साह से उसकी शादी तय कर दी. बुधवार रात जब उसे मंडप पर बैठाया गया, तो अपने पिता के समान दूल्हा देख कर वह हैरान रह गयी. वह सबके सामने रोने-चिल्लाने लगी. दोनों दलाल व परिजनों से शादी नहीं करवाने की बात कही. लेकिन, उनलोगों ने उसे मार-पीट कर जबरन धमकी देकर मांग में सिंदूर डलवा दिया.
आक्रोशित हुए ग्रामीण
सुबह किसी तरह भाग कर गांव के उपसरपंच अनिल कुमार व दर्जनों ग्रामीणों को उसने अपना दुखड़ा सुनाया. उपसरपंच व ग्रामीणों ने उसका साथ दिया. चार बजे फिर उनलोगों ने जबरन उसे ले जाने की कोशिश की, तो ग्रामीण आक्रोशित हो गये और अधेड़ को बंधक बना कर पूछताछ की. उसने कबूल किया कि उसकी दो शादी पहले से ही हुई है व दो बच्चे बड़े-बड़े हैं. यह सुन कर लड़की आग-बबूला हो गयी और सबके सामने अधेड़ दूल्हा के गाल पर थप्पड़ लगा दी. इधर, सूचना पाते ही फलका थानाध्यक्ष सत्यनारायण राय मौके पर पहुंच कर मामले की तहकीकात में जुट गये हैं. वहीं पुलिस लड़की के मां-पिता को गरीब कह कर मामला दर्ज करवाने से इनकार कर रही है.