शंघाई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चीन दौरे के आज आखिरी दिन वहां के उद्योगपतियों व प्रमुख कंपनियों की सीइओ से व्यापारिक शहर शंघाई में मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने इस दौरान भारत चीन बिजनेस फोरम को संबोधित किया. इस दौराने दोनों देशों के बीच 22 बिलियनयूएसडॉलर के 21 व्यापारिक करार हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी उद्योगपतियों को आश्वस्त किया कि अगर वे भारत में निवेश के लिए आते हैं, तो वे निजी तौर पर उनका ध्यान रखेंगे.
चीन का दौरा भारत के लिए भी कई मायनों में महत्वपूर्ण है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेंटर फॉर गांधियन एंड इंडियन स्टडीज का उद्धाटन फुदान युनिवर्सिटी में किया. इस मौके पर छात्रों ने अपने अनुभव भी बांटे. चीन के विद्यार्थियों ने यहां गीता के श्लोक और छंदों के माध्यम से अपनी बात कही. इस उद्धाटन से भारतीय सोच और परंपरा को भी बढ़ावा मिलेगा. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गांधी की विचारधारा से हमें प्रेरणा मिलती है. इस विचारधारा के माध्यम से आतंकवाद और क्लाइमेट चेंज जैसे मुद्दों से भी निपटा जा सकता है.गांधीजी ने ज़ेंग शेंगटी को शांति चैंग का नाम दिया, जिन्होंने अपनी याद पर एक किताब ‘ बाइ साइड ऑफ गांधी लिखी थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और चीन दो महान सभ्याताएं हैं. मैं आश्वस्त हूं कि यह सदी एशिया की होगी और बुद्ध एशियाई देशों को जोडने वाली ताकत होंगे. उन्होंने कहा कि भारत और चीन एक दूसरे के उत्थान में मदद कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हमलोगों में बहुत सारी समानताएं हैं और हम बहुत सारे मुद्दों पर एक-दूसरे के साथ आ सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ज्ञान आधारित समाज है, जबकि चीन अन्वेषण आधारित समाज है.
प्रधानमंत्री मोदी ने फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि हम अपने रेलवे का आधुनिकीकरण करना चाहते हैं और 50 शहरों में मेट्रो रेल सुविधा का विस्तार करना चाहते हैं. उन्होंने चीनी उद्योगपतियों से कहा कि भारत और चीन के सहयोग फलदायी होंगे और दोनों देशों के लिए इसके बेहतर परिणाम सामने आयेंगे. उन्होंने कहा कि भारत अब व्यापार के लिए तैयार है और आप अगर हमारे देश में आते हैं तो मैं निजी तौर पर आपके मामलों पर नजर रखूंगा. चीनी उद्योगपति व अलीबाबा कंपनी के मालिक जैक मा ने कहा कि हम मेक इन इंडिया व डिजिटल इंडिया को लेकर उत्साहित हैं.
भारत-चीन बिजनेस फोरम की बैठक निवेश के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण मानी जा रही है. पीएम मोदी ने शंघाई में चीन की कंपनियों के 22 सीईओ से मुलाकात की. मोदी ने मेक इन इंडिया पर बल दिया. चीन ने स्कील डेवलपमेंट के लिए भारत के साथ हाथ मिलाया है. इसके अलावा बुलेट ट्रेन को लेकर भी चीन के साथ भारत का अहम समझौता हुआ.