सेंटियागो : सिस्टिक फाइब्रोसिस नामक लाइलाज बीमारी से परेशान होकर चिली के राष्ट्रपति मिशेल बैचलेट से इच्छामृत्यु की गुहार लगाने वाली 14 वर्षीय किशोरी की मृत्यु हो गयी. उसके परिवार वालों ने यह जानकारी दी. इससे पहले खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर अपनी इच्छा से जान देने की अनुमति मांगने के बाद वह वैश्विक स्तर पर सुर्खियों में आई वैलेंटीना मौरियेरा ने फरवरी में एक मर्मस्पर्शी वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया था.
इस वीडियो में उसने कहा था कि असाध्य बीमारी के कारण वह अपनी जिंदगी से तंग आ गयी है और राष्ट्रपति से मिलना चाहती है. किशोरी के पिता फ्रेडी मौरियेरा ने संवाददाताओं को बताया कि आनुवांशिक विकार के कारण पैदा हुई जटिलताओं के कारण कल उनकी बेटी वैलेंटीना की मृत्यु हो गयी. इस विकार के कारण उसके फेफडे और अन्य महत्वपूर्ण अंग प्रभावित हो गये थे तथा कई तरह की समस्याएं पैदा हो गयी थीं.
उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने कई अन्य बच्चों के लिए बहुत कुछ किया. उसके द्वारा दिये गये संदेश को सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने देखा जिसके बाद चिली में इच्छामृत्यु पर बहस छिड गयी. चिली में इच्छामृत्यु प्रतिबंधित है. चिली के राष्ट्रपति वैलेंटीना से मिलने के लिए अस्पताल गये थे लेकिन उन्होंने उसे इच्छामृत्यु की इजाजत नहीं दी थी.