नयी दिल्ली : एनटीपीसी और लैंको सहित तीन बिजली कंपनियों ने अटके पडे गैस आधारित संयंत्रों को फिर से चालू करने के लिये एलएनजी आयात करने को लेकर सरकारी सब्सिडी पाने हेतु आज सबसे कम 1.42 रुपये प्रति यूनिट की बोली लगाई. जीएमआर, जीवीके, लैंको जैसी बिजली कंपनियां सरकारी सब्सिडी के लिये नीलामी में शामिल हुई थी.
कुल तीन बोलीदाताओं ने सबसे कम 1.42 रुपये प्रति यूनिट की सबसे कम बोली लगाई. शेष सात बोलीदाताओं में से छह ने 1.44 रुपये प्रति यूनिट तथा एक ने 1.45 रुपये प्रति यूनिट की बोली लगाई. सूत्रों ने कहा कि लैंको, एनटीपीसी (रत्नागिरी परियोजना के लिए गेल के साथ) तथा एक अन्य कंपनी ने 1.42 रुपये प्रति यूनिट की बोली लगाई.
इस तीसरी कंपनी नाम फिलहाल पता नहीं चल पाया है. एमएसटीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा आंकडों के अनुसार पूरी 89 लाख घन मीटर प्रतिदिन आयातित गैस के लिये नीलामी रात 8.15 मिनट पर समाप्त हुई. इसका उपयोग 8,108 मेगावाट क्षमता के संयंत्रों को चलाने में किया जाएगा.
संयुक्त रूप से 8,108 मेगावाट क्षमता के सभी 14 संयंत्र पहले दौर की ‘रिवर्स’ ई-नीलामी में भाग लेने के लिये तकनीकी रूप से पात्र पाये गये. इसमें बोलीदाताओं से अपनी जरुरत के मुताबिक प्रति इकाई रुपये में सब्सिडी बताने को कहा गया है ताकि वे अधिकतम 5.50 रुपये इकाई पर बिजली उत्पादन कर सके.
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