नयी दिल्ली : नेट निरपेक्षता पर छिडी बहस के बीच भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने कहा है कि उसका इंटरनेट की पुलिसिंग का इरादा नहीं है. ट्राई के चेयरमैन राहुल खुल्लर ने कल यहां ओ पी जिंदल विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘उचित सोच के साथ कोई भी व्यक्ति इंटरनेट के नियमन व पुलिसिंग का प्रयास नहीं करेगा.
वे इसके लिए कोई और रास्ता ढूंढेंगे. लेकिन हमें यह समझना होगा कि कुछ मुद्दे हैं जिनका हल किया जाना जरुरी है.’ हालांकि, उन्होंने कहा कि तीन सिद्धांतों पर कोई बहस नहीं हो सकती. ये हैं ब्लॉक नहीं करना, पारदर्शिता व दबाने का प्रयास नहीं करना. इन पर किसी तरह की बहस नहीं हो सकती.
ट्राई ने हाल में ओवर द टॉप (ओटीटी) सेवाओं मसलन इंटरनेट आधारित कॉलिंग व मैसेजिंग सेवाओं व नेट निरपेक्षता के नियामकीय ढांचे पर परिचर्चा पत्र जारी किया है. खुल्लर ने स्पष्ट किया कि ट्राई ने यह परिचर्चा पत्र इंटरनेट के नियमन के इरादे से जारी नहीं किया है.
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