शिवहर : डुमरी कटसरी प्रखंड स्थित शिवालक मेमोरियल अस्पताल अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लालगढ़ अपने लक्ष्य से भटक गया है. ग्रमीणों को प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए स्थापित यह अस्पताल अब शोभा की वस्तु बन कर रह गया है. विगत करीब तीन माह से चिकित्सक अस्पताल नहीं आ रहे हैं. एएनएम भी अपनी मरजी से आती-जाती है. ऐसे में चिकित्सा व्यवस्था नाकारा बनकर रह गया है.
कमरे में बंद हैं बेड
छह बेड के इस अस्पताल में एक भी बेड बिछा हुआ नहीं दिखा. एएनएम रूबी कुमारी ने बताया की बेड अस्पताल के एक कमरे में बंद है. अस्पताल में ब्लड प्रेशर जांचने की मशीन तक नहीं है. प्रभात खबर की टीम शुक्रवार की सुबह 9:30 बजे अस्पताल में पहुंची, तो अस्पताल में ताला लगा था. कोई कर्मी अस्पताल में मौजूद नहीं था. कजराहां निवासी जमदार सहनी पेट दर्द से छटपटा रहे थे, किंतु वहां कोई नहीं था. जो उन्हे दवा दे सके.
समय पर नहीं आती एएनएम
9:45 मिनट पर एएनएम रंजू रानी एवं रूबी कुमारी अस्पताल परिसर में पहुची. रंजू ने बताया कि उसे जिमी सिंह टोला में आंगनबाड़ी केन्द्र पर जाना है, उसके बाद अस्पताल के पीछे के रास्ते से वह प्रवेश कर गयी. उसके बाद आवश्यक साम्रगी लेकर आंगनबाड़ी केंद्र के लिए प्रस्थान कर गयी.
पता चला कि चाबी सफाई कर्मी के पास है. उसके आने के बाद ताला खुलेगा. 11:05 मिनट पर सफाई कर्मी ने ताला खोला, इस बीच पदस्थापित एएनएम रूबी पीछे के दरवाजे से अस्पताल में पहुंच कर काम शुरू कर दी थी. वहीं एएनएम पुष्पलता सिंह एवं अनुसेवी आनंदी झा 10:30 मिनट पर अस्पताल पहुचीं.
एंटी रैबीज वैक्सीन उपलब्ध नहीं
कुत्ता काटने के बाद लगने वाली एंटी रैबिज वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. ग्रामीण एवं बीजेपी के अजय कुमार वर्मा, भाजपा महादलित मंच के जिलाध्यक्ष रघुनंदन राम, ग्रामीण धर्मेद्र कुमार मंडल, सुनील सिंह ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सक कभी नहीं दिखते. जबकि एएनएम के जाने-आने का कोई समय निर्धारित नहीं है. एक समय था, जब अस्पताल से लालगढ, कररी़या,रोहुआ, कजराहां, लक्ष्मीनिया समेत दर्जनों गांव के लोग लाभान्वित होते थे, किंतु लचर व्यवस्था से लोगों को जिला मुख्यालय जाना पड़ता है. अस्पताल का भवन ध्वस्त हो चुका है.
भवन का निर्माण भी अधर में
करीब 10 वर्ष पहले नये भवन का निर्माण काम के बदले अनाज योजना से शुरू हुआ, किंतु मनरेगा शुरू होने के बाद इसका निर्माण अधर में लटक गया. निर्माण लिंटर से आगे नहीं बढ सका है.
सम विकास योजना से वर्ष 2010 में एक नये भवन का निर्माण कराया गया, किंतु संवेदक जितेंद्र सिंह एवं प्रमुख के बीच जारी शीत युद्ध में भवन स्वास्थ्य विभाग को हैंड ओवर नहीं हो सका है. अस्पताल इसी भवन में संचालित है. प्रखंड प्रमुख अमेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि संवेदक के कहने पर पेटी कांनट्रेक्ट पर उन्होंने काम पूरा कर दिया, किन्तु संवेदक जितेंद्र कुमार सिंह ने 22/05/2014 को नौ लाख 50 हजार का चेक दिया. वह बाउंस कर गया. जिसके कारण वे परेशानी में पड़ गये. इस मामले में राशि की प्राप्ति के लिए कोर्ट में मामला दर्ज कराया है.
स्वास्थ्य प्रबंधक पंकज कुमार ने बताया कि इस अस्पताल में डॉ सत्यपाल प्रसाद को पदस्थापित किया गया है. जो दुर्घटना ग्रस्त होने के कारण चिकित्सकीय अवकाश में है. अस्पताल का समय सुबह आठ बजे निर्धारित है. विलंब से अस्पताल पहुंचने वाले कर्मी पर कार्रवाई होगी.