सूर्यगढ़ा: प्रखंड की अरमा पंचायत अंतर्गत बाकरचक गांव में श्रीश्री 108 महाविष्णु यज्ञ के चौथे दिन बुधवार को श्रद्धालु उमड़ पड़े. पौ फटते ही श्रद्धालु फेरे लगाने को पहुंचने लगे. मथुरा से आयी हेमलता शास्त्री ने श्रीमद्भागवत कथा में भगवान शंकर की महिमा सुनायी. उन्होंने कहा कि शंकर के देवाधिदेव महादेव हैं.
जीवन में जो व्यक्ति जितना तप करता है वो उतना ही महान होता है. भगवान शिव ने विषपान किया. नीलकंठ बने. जो परेशानियों में मुश्किल मुसीबतों में भी मुस्कुराता रहता है, वहीं महान होता है. जो चोट खाकर गिर गया वो कंकड़ बन गया, और जो चोट को भी सह गया वो शंकर बन गया. इसलिए हमें दुखों में घबराना नहीं चाहिए. मौके पर सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे.