नयी दिल्ली : नेपाल और भारत के कुछ हिस्सों में भूकंप की त्रसदी के बीच सरकार ने आज बताया कि भूकंप की भविष्यवाणी के लिए कोई तकनीक या प्रौद्योगिकी विकसित नहीं हुई है और यह भारत ही नहीं दुनिया में कहीं भी नहीं है. भूकंप के बारे में विभिन्न वर्गो द्वारा यह चिंता व्यक्त की गई थी कि क्या भूकंप की भविष्यवाणी की जा सकती है.
लोकसभा में राहुल शेवाले और कलिकेश सिंह देव के एक पूरक प्रश्न के उत्तर में विज्ञान एवं प्रौद्योगिक तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डा. हर्षवर्धन ने बताया कि पृथ्वी विज्ञान के क्षेत्र में भारत दुनिया में किसी भी देश से पीछे नहीं है. लेकिन भूकंप की भविष्यवाणी के लिए भारत ही नहीं दुनिया में अभी कोई प्रौद्योगिकी विकसित नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि बारिश, बाढ और चक्रवात के आकलन के लिए तकनीक है. हर्षवर्धन ने कहा कि आज कोई भी ऐसा तंत्र नहीं है जिससे भूकंप की भविष्यवाणी की जा सके. इस विषय में हम किसी देश से पीछे नहीं है. उन्होंने कहा कि दुनिया के दूसरे देशों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जहां भी कार्य हो रहा है, हम उसे सीखने का प्रयास कर रहे हैं और अपनी बेहतर जानकारी दुनिया के अन्य देशों के साथ साझा कर रहे हैं.