स्थिति यह थी कि मंगलवार की सुबह चार बजे से ही जाम का सिलसिला आरंभ हो गया था, जो साढ़े सात बजे तक बना रहा. स्थिति यह थी कि सेतु का जाम जहां जीरो माइल बड़ी पहाड़ी एनएच पर पहुंच गया था. वहीं ,धनुकी मोड़ के नीचे पुरानी बाइपास रोड में भी पहुंच गया था.
नतीजतन जाम में फंसे वाहन सरपट दौड़ने के बदले रेंग रहे थे. कुछ इसी तरह की स्थिति एनएच पर भी थी. जाम से निबटने के लिए यातायात पुलिस के जवानों के साथ स्थानीय थाना की गश्ती दल भी लगी थी. इसके बाद भी रुक-रुक कर जाम का सिलसिला दोनों लेन पर कायम था. जाम की स्थिति वन वे परिचालन स्थल से ज्यादा गंभीर थी. इधर, राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 30 पर भी वाहनों के परिचालन में मुश्किलें आने लगीं. खासतौर पर पूरब में मसौढ़ी मोड़ तक जीरो माइल पर जाम लगने से एनएच यातायात बाधित हो रहा था. इस कारण इस भीषण गरमी में लोगों को काफी परेशानी हुई. हालांकि, जाम से निबटने के लिए ट्रैफिक एसपी ने जो योजना बनायी है, उसको अमल में लाने के लिए मंगलवार की दोपहर टीम भी निरीक्षण के लिए पहुंची थी.