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सभी अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप

घाटशिला अनुमंडल : गुमला में डॉक्टर की अपहरण कर हत्या के खिलाफ हड़ताल पर गये चिकित्सक गुमला के आरसीएच पदाधिकारी डॉ राम बचन चौधरी का अपहरण कर हत्या करने से घाटशिला उत्क्रमित अनुमंडल अस्पताल समेत अनुमंडल के तमाम स्वस्थ्य केंद्र में ओपीडी सेवा ठप रही. सभी डॉक्टर दो दिनों की हड़ताल पर चले गये हैं. […]

घाटशिला अनुमंडल : गुमला में डॉक्टर की अपहरण कर हत्या के खिलाफ हड़ताल पर गये चिकित्सक
गुमला के आरसीएच पदाधिकारी डॉ राम बचन चौधरी का अपहरण कर हत्या करने से घाटशिला उत्क्रमित अनुमंडल अस्पताल समेत अनुमंडल के तमाम स्वस्थ्य केंद्र में ओपीडी सेवा ठप रही.
सभी डॉक्टर दो दिनों की हड़ताल पर चले गये हैं. ओपीडी में चिकित्सकों के नहीं बैठने से कई मरीज अस्पताल से बिना इलाज कराये लौट गये. गालूडीह पीएचसी में डॉक्टर के हड़ताल पर जाने से एएनएम मरीज को देख रहीं हैं.
धालभूमगढ़ में ओपीडी बंद रहा वहीं केंद्र में आपातकालीन सेवाएं जारी रही. बहरागोड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी ओपीडी बंद रहा. यहां चिकित्सक ओपीडी के बाहर बैठ जरूरी मामलों का निष्पादन करते रहे. डुमरिया में भी स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी बंद रहा. वहीं इमरजेंसी सेवा संचालित होता रहा.
चिकित्सक आपातकालीन सेवाएं छोड़ कर अन्य मरीजों का नहीं कर रहे हैं इलाज
घाटशिला : गुमला के आरसीएच पदाधिकारी डॉ राम बचन चौधरी का अपहरण कर हत्या करने से घाटशिला उत्क्रमित अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सक भी दो दिनों से हड़ताल पर हैं. मंगलवार को भी चिकित्सकों की हड़ताल के कारण अस्पताल का ओपीडी तो खुला, मगर चिकित्सक ओपीडी में नहीं बैठे.
कई मरीज लौटे
ओपीडी में चिकित्सकों के नहीं बैठने से कई मरीज अस्पताल से बिना इलाज कराये लौट गये. काशिदा निवासी पांच वर्षीय बच्चे देव दत्ता और शीखा दत्ता समेत अन्य मरीजों का इलाज नहीं हुआ. डॉ सोरेन ने कहा कि अभी हड़ताल कितने दिन जारी रहेगी. इस संबंध में कहना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि जब तक ओपीडी में बैठने का आदेश नहीं मिलता है. तब तक आपातकालीन सेवाएं बहाल रखी जायेगी.
सोमवार से ही डॉक्टरों के हड़ताल में रहने से एएनएम सेवा दे रही हैं
जटिल केस आने पर मरीजों को निजी अस्पतालों में ले जाने की सलाह दी जा रही है
गालूडीह : गुमला से अपहृत चिकित्सक डॉ आरबी चौधरी की हत्या के खिलाफ सरकारी अस्पतालों के सभी चिकित्सक हड़ताल पर चले गये हैं. गालूडीह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक ही सरकारी चिकित्सक डॉ डीपी हांसदा पदस्थापित थे.
सोमवार से उनके हड़ताल पर चले जाने से इस अस्पताल में पदस्थापित एएनएम पूनम कुमारी, वीणा पानी महतो, रेणु कुमारी मरीजों को देख रही है और दवाइयां दे रही हैं. जटिल केस आने पर वैसे मरीजों को निजी अस्पताल में भेज दिया जा रहा है.
मंगलवार को इस पीएचसी में डॉक्टर की कुर्सी खाली थी.
अस्पताल में एएनएम वीणा पानी महतो, पूनम कुमारी, रेणु कुमारी, कर्मचारी मीना प्रमाणिक और स्वीपर मंजू उपस्थित थीं. एएनएम ने बताया कि सोमवार से अब तक 15 मरीज को हम लोगों ने जांच कर दवाइयां दी है. सर्दी, खांसी, बुखार का ही दवा दे रहे हैं. जटिल केस आने से उसे बाहर के अस्पतालों में दिखा लेने की सलाह दे रहे हैं.
बच्चों के लिए दवा नहीं
एएनएम ने बताया कि गालूडीह पीएचसी में सर्दी, खांसी और बुखार की दवा है. सभी बड़ो के लिए. बच्चों के लिए वर्तमान में कोई दवाइयां नहीं है. इससे परेशानी हो रही है. मरीजों को परची में दवाई लिख कर देते हैं. इस अस्पताल में मलेरिया कीट्स भी नहीं है. स्लाइड हैं. इससे मलेरिया की मरीजों की तत्काल जांच दिक्कत आ रही है.

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