– बाहर से पानी लाकर पीते हैं मरीज – ओपीडी से लेकर 12 वार्डों तक मरीजों को होती है परेशानी मुजफ्फरपुर. एसकेएमसीएच के मरीजों को मौसम के गरम होते ही प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. जबकि ओपीडी से लेकर सभी वार्डों में 25 फ्रिजर लगाये गये हैं, लेकिन 22 फ्रीजर से पानी नहीं टपकता. बताया जाता है कि वित्तीय वर्ष 2012-13 में रोगी कल्याण समिति के मद से मेडिकल के निचले, दूसरे और तीसरे तलों पर जेनरल वार्डों के सामने के बरामदे पर चार-चार फ्रिजर लगाये गये थे. साथ ही सीओटी, ओपीडी, पीआइसीयू और आइसीयू वार्डों के सामने भी फ्रिजर लगाये गये. ताकि मरीजों को पानी ढूंढ़ना नहीं पड़े, लेकिन विडंबना है कि न तो ओपीडी के कॉरिडोर में लगे फ्रिजर से पानी निकलता है न वार्डों के फ्रिजर से. नतीजतन मरीजों को पानी बाहर से लाना पड़ता है. दूसरी ओर सीटी स्कैन भवन और बर्न वार्ड के समीप भी नलों की व्यवस्था है जहां सुबह से लेकर शाम तक पानी के लिए मरीजों को लाइन लगाना पड़ता है.वर्जन तीन साल पहले रोगी कल्याण समिति के मद की राशि से 25 फ्रिजर लगाये गये थे. तीन को छोड़ सब खराब है. कई बार उसे ठीक भी कराया जा चुका है. वैसे गरमी को देखते हुए सबको बनवाने की पहल की जा रही है. डॉ जीके ठाकुर, अस्पताल अधीक्षक, एसकेएमसीएच
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एसकेएमसीएच: 25 में से 22 फ्रिजर खराब
– बाहर से पानी लाकर पीते हैं मरीज – ओपीडी से लेकर 12 वार्डों तक मरीजों को होती है परेशानी मुजफ्फरपुर. एसकेएमसीएच के मरीजों को मौसम के गरम होते ही प्यास बुझाने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है. जबकि ओपीडी से लेकर सभी वार्डों में 25 फ्रिजर लगाये गये हैं, लेकिन 22 फ्रीजर से पानी […]
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