जमुई . अखिल भारतीय किसान विकास संघ के सदस्यों की बैठक स्थानीय कार्यालय परिसर में संस्थापक सह मनोनीत राष्ट्रीय अध्यक्ष यदुनंदन प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक में उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि मानव सभ्यता के विकास के समय से ही कृषि एक बहुत बड़ी आबादी की आजीविका की मुख्य साधन रही है और यह कई उद्योगों की जननी और मानव जीवन की पोषक भी रही है. लेकिन वर्तमान समय में कृषि पर आधारित अर्थ व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त होने के कगार पर पहुंच गयी है. जिसके कारण हमारे देश के किसानों की स्थिति काफी नाजुक हो गयी है. उन्होंने बताया कि सन् 2011 में 14027 किसानों ने आत्महत्या की थी और नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो के अनुसार आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या बढ़ती चली जा रही है. बिहार सरकार ने किसानों की माली हालत को ठीक करने के लिए कई योजनाएं चलायी. लेकिन उनमें पारदर्शिता का अभाव होने के कारण वे योजनाओं का लाभ लेने से लोग वंचित होते चले जा रहे हैं. अगर बिहार के किसानों को सही तरीके से साधन उपलब्ध कराया जाय तो किसान अपनी मेहनत से पंजाब और हरियाणा की तरह खेती करना शुरू कर देंगे. इस अवसर पर आनंदी यादव, रामलखन दास, रंजन कुमार, भरत मंडल, अरुण सिंह, रामनाथ कुमार, योगेश्वर प्रसाद आदि मौजूद थे.
किसान विकास संघ के सदस्यों की बैठक
जमुई . अखिल भारतीय किसान विकास संघ के सदस्यों की बैठक स्थानीय कार्यालय परिसर में संस्थापक सह मनोनीत राष्ट्रीय अध्यक्ष यदुनंदन प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक में उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि मानव सभ्यता के विकास के समय से ही कृषि एक बहुत बड़ी आबादी की आजीविका […]
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