छौड़ाही. समाज की तरक्की व बेहतर भविष्य निर्माण के लिए प्रेस की आजादी जरूरी है. आज पत्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने हेतु सजग प्रहरी के रूप में खड़े हैं. वर्तमान राजनीति को सकारात्मक दिशा देने एवं भ्रष्ट तंत्र पर करारा प्रहार करने की आजादी पत्रकार को है. अंतरराष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर रविवार को सामुदायिक मनोरंजन केंद्र, भोजा में आयोजित विचारगोष्ठी को संबोधित करते हुए उक्त बातें प्रखंड प्रमुख रंजना देवी ने कहीं.
शिक्षाविद राजनारायण चौधरी ने कहा कि प्रेस समाज में रचनात्मक का प्रतीक बनता जा रहा है. किसान नेता सूर्यनारायण महतो ने कहा कि पत्रकार साहित्य और समाज की समृद्ध चेतना की धरोहर हैं. पत्र-पत्रिकाएं दैनिक विकास की लेखा हैं. प्रेस ने समाज में नवचेतना पैदा कर सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक एवं दैनिक जीवन में क्रांति का सूत्रपात किया है. कार्यक्र म के समापन के मौके पर प्रेस की सेवा करते हुए दिवंगत हुए संवाददाताओं के सम्मान में दो मिनट का मौन रख कर उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गयी.
अध्यक्षता पत्रकार विरेंद्र कुमार सिंह ने की. इस मौके पर पत्रकार मनोज ठाकुर, हेमंत चौधरी, बलवंत चौधरी, विनोद कुमार शर्मा, सुनील पंजीयार, पंसस अरुण पासवान, झोंटकी सहनी, मुखिया शबाना बेगम, छोटे लाल झा, बुद्धिजीवी, राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि गण मौजूद थे.