कार्यक्रम में दानापुर खानकाह से शाह तलहा रिजवी बर्क, खानकाह इमादिया मंगल तालाब से सैयद अतीकुल हक इमादी, खानकाह बलखिया फिरदौसी से सज्जदानशीं सैयद शाह अलीमउद्दीन बलखी, खानकाह इलाबाद के मौलाना हयात अहमद, अबुल उलाई, जहांगीरी खानकाह , चाटगांव, बंग्लादेश से मौलाना नूर मोहम्मद कादिरी, हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के सैयद जैदी साहिब, दुलीघाट खानकाह अबुल फैयाजी के कारी अफजाल समेत अन्य लोग शामिल हुए. इसकी जानकारी देते हुए आसिम सिद्दीकी ने बताया कि बज्म का आयोजन हुआ. इसमें मो इफ्तेखार, मो तौहिद, मो फरहान ने फारसी में नात-ए-पाक पेश किया.
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सूफी संतों ने सिखायी इबादत एक की, खिदमत सब की
पटना सिटी: खानकाह मुनएमिया मीतन घाट दरगाह शरीफ में सूफी संत मखदुम मुनइम पाक के 251 वें उर्स पर शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में सज्जदानशीं हजरत सैयद शाह शमीमउद्दीन अहमद मुनएमी ने फातिहा पर तकरीर करते हुए कहा कि सूफी संतों ने हमें सिखाया है कि इबादत एक की करो और खिदमत सब की. कुरान […]
पटना सिटी: खानकाह मुनएमिया मीतन घाट दरगाह शरीफ में सूफी संत मखदुम मुनइम पाक के 251 वें उर्स पर शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में सज्जदानशीं हजरत सैयद शाह शमीमउद्दीन अहमद मुनएमी ने फातिहा पर तकरीर करते हुए कहा कि सूफी संतों ने हमें सिखाया है कि इबादत एक की करो और खिदमत सब की. कुरान की तिलावत से हाफिज मो हसनेन रजा ने उर्स आरंभ किया . संचालन मौलाना मो इकरामुल हक जावेद ने किया.
मो इल्ताफ, मो अब्दुल कलाम, ख्वाजा फराहन, सैयद गुलाम यजदानी, शाहिद नानपुरी, अहमद रजा राजी, फरीउद्दीन, मनवर हुसैन, इमरान रजा, मो तौहिद रजा, मो सिबगतुल्ला व आदिल ताज ने बज्म पेश किया. महफिल-ए-शमा में रामपुर, पीलीभीत व दूसरी जगहों से आये कव्वालों ने सूफी संगीत प्रस्तुत किया. इससे पहले शुक्रवार को आयोजित उर्स में भी 12 बच्चों की दस्तारबंदी हुई. इसके साथ ही खानकाह के गद्दनशीं हजरत सैयद शाह शमीमउद्दीन अहमद मुनएमी की अध्यक्षता में जायरीनों ने मजारशरीफ पर चादरपोशी की. इसके बाद कुल फातिया के साथ महफिल-ए- समा का आयोजन हुआ.
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