नयी दिल्ली : रिलायंस पावर के झारखंड में 36,000 करोड रुपये की लागत वाली तिलैया अति वृहत बिजली परियोजना (यूएमपीपी) से बाहर निकलने के साथ एनटीपीसी ने आज कहा कि वह इससे जुडने को इच्छुक है. अनिल अंबानी की अगुवाई वाली आर पावर ने जमीन अधिग्रहण में अत्यधिक देरी का हवाला देते हुए कल परियोजना से हटने की घोषणा की.
आइमा के एक कार्यक्रम के दौरान अलग से बातचीत में एनटीपीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अरुप राय चौधरी ने कहा, झारखंड में नयी सरकार है और जमीन अधिग्रहण के मामले में चीजें बदल रही हैं. इससे पहले, समस्या थी, एनटीपीसी को भी इसका सामना करना पडा. समय के साथ इन मुद्दों का समाधान हो जाएगा.
उन्होंने कहा, हम पहले ही पतरातु परियोजना के लिये प्रतिबद्धता जता चुके हैं. झारखंड में अब नयी सरकार है और नये मुख्यमंत्री बेहद सक्रिय हैं. उनसे यह पूछा गया था कि अगर तिलैया यूएमपीपी की पेशकश की जाती है तो क्या कंपनी उसमें निवेश करेगी.
इस परियोजना के लिये एनटीपीसी दूसरी सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी थी जिसे आर पावर ने 2009 में हासिल किया. एनटीपीसी की 840 मेगावाट क्षमता की पतरातु तापीय बिजलीघर झारखंड में रामगढ जिले के पतरातु शहर के समीप है. इसका परिचालन झारखंड राज्य बिजली बोर्ड कर रहा है.
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