वाशिंगटन: वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि भूकंप प्रभावित नेपाल में आगामी सप्ताह के दौरान भूस्खलन और कीचड युक्त जमीन धसकने का भीषण खतरा है और इस बार गर्मी के दिनों में मानसून आने पर इसका खतरा और बढ जाएगा.
मिशीगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक भूस्खलन या कीचड युक्त जमीन धसकने का खतरा जिन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा है, उसमें नेपाल-तिब्बत सीमा, उत्तरी काठमांडो और माउंट एवरेस्ट के पश्चिम में इसका सबसे ज्यादा खतरा रहेगा.
विश्वविद्यालय में पृथ्वी की परतों और इसकी संरचनाओं पर काम कर रहे जीओमॉरफोलॉजिस्ट मरीन क्लर्क और उनके दो सहयोगियों ने शनिवार को नेपाल में 7.9 तीव्रता के भूकंप के बाद भूस्खलन के खतरे का आकलन किया.
उन्होंने उन जगहों को देखा जहां भूकंप के दौरान भूस्खलन हुआ. इसके साथ ही उन जगहों की भी पडताल की गयी जहां आगामी सप्ताह या महीनों में ज्यादा खतरा रहेगा.