पहले तो उन्होंने फसल क्षति के आकलन की समीक्षा की. इसके बाद उन्होंने आपदा से संबंधित तैयारी की जानकारी भी ली. बैठक के बीच ही भूकंप हो जाने के कारण सभी अधिकारी कार्यालय से बाहर आ गये. भूकंप शांत हो जाने के बाद फिर से बैठक का दौर शुरू हो गया.
बैठक में प्रभारी सचिव ने ओला वृष्टि, बेमौसम बारिश तथा आंधी तूफान से हुए फसल नुकसान की जानकारी पदाधिकारी से मांगी. बैठक में उपस्थित प्रभारी डीएम सह एडीएम एमएच रहमान सहित अन्य पदाधिकारियों ने सचिव को बताया कि आंधी एवं तूफान से इस जिले में फसल को नुकसान हुआ है, लेकिन इस बार हुई आंधी से फसल को नुकसान नहीं के बराबर हुआ है. बैठक में सचिव को यह भी जानकारी दी गयी कि क्षति की भरपाई के लिए किसानों से आवेदन लिए जा रहे है. मौके पर प्रभारी सचिव ने किसानों से प्राप्त आवेदनों की जांच ससमय एवं पूरी इमानदारी से कराने को कहा. उन्होंने कहा कि जांच में किसी प्रकार की लापरवाही बरदाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने जांच की कार्य जल्द पूरा करने के साथ साथ यह जानकारी दी की. फसल क्षतिपूर्ति अनुदान राज्य स्तर से भेजी गयी है.
राशि प्राप्त होते ही इसका वितरण किसानों के बीच किया जाये. मौके पर प्रभारी सचिव ने भूकंप से हुए नुकसान का भी जानकारी अधिकारियों से ली. बैठक में प्रभारी डीएम, सह एडीएम, एसपी धूरत सायली सबला राम, डीडीसी अब्दुल बहाव अंसारी, डीएसओ डीएन झा, सदर डीसीएलआर, वरीय उपसमाहर्ता, क्रमश: संजीव चौधरी, सुधीर कुमार, मुकेश सिन्हा, सदर सीओ प्रदीप कुमार सिन्हा, मानसी बीडीओ सुनील कुमार सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे.