-अजय विद्यार्थी-
कोलकाताः निकाय चुनाव में धांधली और बूथ दखल के खिलाफ वाम मोरचा के साथ-साथ भाजपा ने भी 30 अप्रैल को 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है, वहीं कांग्रेस ने न तो बंद का समर्थन करने और न ही विरोध करने की घोषणा की है, जबकि तृणमूल कांग्रेस ने हड़ताल का विरोध किया है. 17 परिवहन श्रमिक संगठनों ने इसी दिन 24 घंटे के परिवहन हड़ताल की घोषणा की है
तथा एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव ने पुलिस जुल्म के खिलाफ शाम तीन बजे लालबाजार अभियान का आह्वान किया है.
एसयूसीआइ ने हड़ताल का समर्थन करने की घोषणा की है. ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर के महासचिव शंकर साहा ने भी हड़ताल का समर्थन करने की घोषणा की है. इस तरह से निकाय चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ सभी विरोधी राजनीतिक दल एकजुट हो गये हैं. राज्य चुनाव आयोग अभियान के दौरान प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष राहुल सिन्हा नेकहा कि जिलों में निकाय चुनाव के दौरान तृणमूल कांग्रेस समर्थकों द्वारा आतंक फैलाया गया है.
भाजपा प्रत्याशियों व समर्थकों के साथ मारपीट की गयी. भय दिखाया गया. तृणमूल गणतंत्र में हस्तक्षेप कर रही है. इसके खिलाफ 30 अप्रैल को भाजपा ने 12 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है. सीटू नेता श्यामल चक्रवर्ती ने भाजपा द्वारा हड़ताल में शामिल होने का स्वागत करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस के अत्याचार के खिलाफ सभी राजनीतिक दलों के एकजुट होने का स्वागत करते हैं. आम लोगों का इससे विश्वास बढ़ेगा.
माकपा के राज्य सचिव डॉ. सूर्यकांत मिश्र ने भाजपा के बंद में शामिल होने का स्वागत करते हुए आशा जतायी कि कांग्रेस भी इस हड़ताल में शामिल होगा. दूसरी ओर, 30 अप्रैल, गुरुवार को हड़ताल के आह्वान से लगातार चार दिनों तक राज्य में छुट्टी का मिजाज रहेगा. एक मई, शुक्रवार को मजदूर दिवस, दो व तीन मई, शनिवार व रविवार को पहले से अवकाश है. इस तरह से सोमवार से ही जनजीवन सामान्य हो पायेगा.