पीड़ित परीक्षार्थियों ने कहा कि शैक्षणिक सत्र 11-13 का एमए फाइनल (अंगरेजी पंद्रहवीं विषय) की परीक्षा 01.09.14 को हुई. परीक्षा में आउट ऑफ सिलेबस प्रश्न पूछा गया था. विरोध में सभी 27 परीक्षार्थियों ने परीक्षा का वॉक आउट कर दिया था. तत्काल पुन: परीक्षा अथवा एवरेज मार्किग का भरोसा विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दिया गया था. लेकिन, जब 27.01.15 को रिजल्ट आया तो सबों को अनुपस्थित (एबसेंट) कर दिया गया था.
जारी रिजल्ट का विरोध करते हुए नौ फरवरी को कॉलेज में बंदी भी किया गया. 10 फरवरी को सिदो कान्हू मुमरू विश्वविद्यालय दुमका के कुलपति को ज्ञापन भी सौंपा. 17 फरवरी को कॉलेज प्रशासन द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन को गोपनीय रिपोर्ट भी भेजी गयी. गोपनीय रिपोर्ट में ऑउट ऑफ सिलेबस प्रश्न की बात कही गयी है. बावजूद अबतक पीड़ित परीक्षार्थियों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया गया.
अभाविप कार्यकर्ताओं ने कहा कि अविलंब छात्रहित में ठोस निर्णय लेकर रिजल्ट क्लीयर नहीं किया जाता है तो विवश होकर चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा. इसके लिए कॉलेज प्रशासन एवं विश्वविद्यालय प्रशासन जवाबदेह होंगे. विरोध करने वालो में अभाविप के देवघर कॉलेज अध्यक्ष विष्णुकांत, देवघर कॉलेज मंत्री रितेश कुमार, देवघर कॉलेज सह मंत्री राहुल सिंह, कॉलेज उपाध्यक्ष राजीव दास, नगर मंत्री सौरभ पाठक, नगर सह मंत्री सूरज झा, मनीष सिंह, किशोर यादव, उपेंद्र यादव, शुभम भारद्वाज, विनीत अग्रवाल, रवींद्र कुमार, मनीष कुमार, शंकर कुमार सिंह, प्रकाश कुमार आदि उपस्थित थे.