औराई: सिविल सजर्न डॉ ज्ञान भूषण ने बुधवार की शाम औराई पीएचसी पहुंच कर हड़ताल कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों से बात की. उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों के साथ हुई मारपीट की घटना की निंदा की व प्रोफेशनल हर्जाना दिलाने की बात कही. उन्होंने कहा कि इस मसले पर वे प्रशासनिक पदाधिकारियों से बात करेंगे. दोषियों को हर हाल में सजा मिलेगी.
उनके समझाने पर स्वाथ्यकर्मी आपातकालीन सेवा शुरू करने पर राजी हुए. बुधवार की रात से चिकित्सा सेवा बहाल की गयी. हालांकि सुबह में ही स्वास्थ्यकर्मी मुख्य द्वार को बंद कर चिकित्सा सेवा ठप कर दिया व धरने पर बैठ गये. कर्मियों का कहना था कि जब तक औराई के जिला परिषद सीता देवी के पति उमाशंकर गुप्ता पर कारवाई नहीं होती, वे लोग धरना से नहीं हटेंगे. घरना स्थल पर करीब 10 बजे औराई थानाध्यक्ष बबन बैठा, बीडीओ मो0 मोईनुददीन, सीओ मिथिलेश कुमार ने घरना स्थल पहुंच स्वास्थय कर्मीयों को मनाने की कोसिस की पर स्वास्थय कर्मी के कडे तवर देख ये लोग वापस हो गऐ, ईन लोगों का कहना था कि आएदिन थोडी थोडी बात को लेकर पीएचसी के कर्मियों के साथ दरुव्यवहार किया जाता है, जिस कारण यहॉ कार्यरत कोई भी स्वास्थय कर्मी सुरक्षीत नहीं है. जब तक दोषी की गिरफ्तारी के साथ क मिर्यों को सुरक्षा व्यवस्था नहीं दी जाएगी तब तक हडताल जारी रहेगा.
धरने पर बैठे रहे डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी
धरने पर डॉ आर एन शर्मा, डॉ योगेश नारायन, डॉ हसमत अली, डॉ यादवेन्दु, डॉ सोमजित तिवारी, डॉ विवेक कुमार, हेल्थ मैनेजर अेाबैद अंसारी, स्वाथ्यकर्मि पप्पु कुमार, नागेन्द्र सिंह, सुनिल कुमार समेत सभी स्वास्थयकर्मी बैठे थे. इन लोगों का कहना था कि जब तक प्रशासन दोषी जिप के पति को गिरफतार नहीं करेगी तब तक चिकित्सा सेवा ठप रहेगी. विदित होकि बीती रात जिप पति के चालक संतोष कुमार रात के अंघेरे में छत से गिर कर बुरी तरह घायल हो गये थे, जिसे बेहतर ईलाज के लिये पीएचसी प्रभारी डॉ रामानन्द शर्मा ने एसकेएमसीएच रेफर कर दिया था. जिप पति के साथ चलने की बात पर उन्होंने इनकार किया. इस बात पर जिप पति एवं पाचं अन्य ने डा0 शर्मा का कालर पकड़ दरुव्यवहार किया व देख लेने की घमकी दी. बीच बचाव करने आई एएनएम जयन्ती देवी के साथ भी इन लोगों ने दरुव्यवहार किया था.
इलाज के लिये दिन भर भटकते रहे मरीज के परिजन
चिकित्सक समेत सभी स्वास्थय कर्मी के हडताल पर चले जाने के कारण औराई पीएचसी की गुरुवार को चिकित्सा व्यवस्था पर्णत ठप रही, सुबह से ही मरीज आते रहे, और ईलाज न होने के कारण मायुस होकर लौटते रहे, उल्टी व बुखार की शिकायत के साथ अपने 5 वर्षिय बच्चे को लेकर पहुॅची रामखेतारी की सोनफी देवी अपना दर्द कुछ इस तरह ब्यॉ किया कि, बउआ के राते से बोखार अउरो उल्टी हुईय, जेब में ढअुओ न है ईलाज खातिर कहॉ जाउ, जबकि प्रसव के लिये पहुचीं राजखडं की जानकी देवी समेत कई दर्जन मरीजों को निजि क्लिनिकों का सहारा लेना पडा. निजी क्लिनिकों के डाक्टरों की खुब चांदी रही.